भारत-चिली की कृषि बैठक: सहयोग की नई संभावनाओं पर हुई चर्चा
15 मार्च 2025, नई दिल्ली: भारत-चिली की कृषि बैठक: सहयोग की नई संभावनाओं पर हुई चर्चा – भारत और चिली के बीच कृषि क्षेत्र में सहयोग को मजबूत करने के लिए पहली संयुक्त कार्यसमूह (JWG) बैठक 12 मार्च को वर्चुअल मोड में आयोजित की गई। इस बैठक में दोनों देशों के अधिकारियों ने कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों में साझेदारी बढ़ाने पर विचार-विमर्श किया।
बैठक की सह-अध्यक्षता भारत के कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के संयुक्त सचिव अजीत कुमार साहू और चिली के कृषि अध्ययन एवं नीति ब्यूरो (ODEPA) के अंतर्राष्ट्रीय मामलों के निदेशक गेब्रियल लेसेका ने की।
बैठक में भारत सरकार की विभिन्न योजनाओं और पहलों पर चर्चा की गई। संयुक्त सचिव अजीत कुमार साहू ने डिजिटल कृषि मिशन, लखपति दीदी कार्यक्रम और कृषि सखी जैसी योजनाओं का जिक्र किया, जिनका उद्देश्य किसानों और ग्रामीण महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाना है। इसके अलावा, किसान उत्पादक संगठन (FPO), प्राकृतिक व जैविक खेती, फसल बीमा, ई-नाम और एग्रीश्योर जैसे कार्यक्रमों को भी बैठक में रेखांकित किया गया।
चिली का भारत के साथ सहयोग पर जोर
चिली के अधिकारी गेब्रियल लेसेका ने कहा कि उनका देश भारत के साथ कृषि क्षेत्र में सहयोग को लेकर प्रतिबद्ध है। उन्होंने दोनों देशों के अनुभवों को साझा करने और कृषि उत्पादकता बढ़ाने के लिए मिलकर काम करने की संभावना पर जोर दिया।
इन मुद्दों पर हुई चर्चा
बैठक में बाजार पहुंच, बागवानी क्षेत्र में सहयोग, अनुसंधान और क्षमता निर्माण जैसे प्रमुख विषयों पर चर्चा की गई। दोनों देशों के अधिकारियों ने इन क्षेत्रों में संभावनाओं का मूल्यांकन किया और भविष्य में ठोस कदम उठाने की आवश्यकता पर सहमति जताई।
बैठक में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग, भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR), पशुपालन एवं डेयरी विभाग तथा विदेश मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए। इस वार्ता को भारत-चिली संबंधों को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
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