भारत और श्रीलंका कृषि में बीज विकास, जैविक खेती, एग्री-उद्यमिता और डिजिटल कृषि में करेंगे सहयोग
31 अक्टूबर 2025, नई दिल्ली: भारत और श्रीलंका कृषि में बीज विकास, जैविक खेती, एग्री-उद्यमिता और डिजिटल कृषि में करेंगे सहयोग – भारत और श्रीलंका के बीच पहली संयुक्त कार्य समूह (Joint Working Group – JWG) बैठक आज नई दिल्ली के कृषि भवन में आयोजित की गई। बैठक की सह-अध्यक्षता भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के सचिव डॉ. देवेश चतुर्वेदीऔर श्रीलंका सरकार के कृषि, पशुधन, भूमि एवं सिंचाई मंत्रालय के सचिव श्री डी. पी. विक्रमसिंघे ने की।
बैठक में दोनों देशों के बीच कृषि क्षेत्र के विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग पर चर्चा हुई, जिनमें कृषि मशीनीकरण, जैविक एवं प्राकृतिक खेती, बीज क्षेत्र का विकास, एग्री-उद्यमिता, मिट्टी की सेहत प्रबंधन, कृषि शिक्षा, बाजार तक पहुंच और जलवायु-लचीली कृषि जैसे विषय शामिल थे। इसके साथ ही संयुक्त अनुसंधान, क्षमता निर्माण और ज्ञान आदान-प्रदान के अवसरों पर भी विचार-विमर्श किया गया।
बैठक में डिजिटल कृषि, फसल बीमा और एग्री-स्टार्टअप्स जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों पर भी चर्चा हुई। श्रीलंका के प्रतिनिधिमंडल ने भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI), पूसा, नई दिल्ली का दौरा किया ताकि भारत के कृषि अनुसंधान और नवाचार तंत्र को समझा जा सके।
दोनों देशों ने खाद्य और पोषण सुरक्षा को मजबूत करने के लिए सहयोग को गहरा करने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
श्रीलंका के प्रतिनिधिमंडल में श्रीमती जी. जी. वी. श्यामली, अतिरिक्त महानिदेशक (विकास), कृषि विभाग; श्री बी. एस. एस. परेरा, निदेशक (पशुधन विकास), कृषि, पशुधन, भूमि एवं सिंचाई मंत्रालय; और श्री गेशन, काउंसलर, श्रीलंका उच्चायोग शामिल थे।
बैठक में भारत की ओर से कृषि एवं किसान कल्याण विभाग (DA&FW), कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग (DARE), भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR), पौध प्रजाति संरक्षण एवं किसान अधिकार प्राधिकरण (PPVFRA) और विदेश मंत्रालय (MEA) के वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित रहे।
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