राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

हैदराबाद के कृषि बाज़ारों में आम की आवक में देरी, आपूर्ति घटी

12 मार्च 2025, नई दिल्ली: हैदराबाद के कृषि बाज़ारों में आम की आवक में देरी, आपूर्ति घटी – हैदराबाद के प्रमुख कृषि बाज़ार—बाटसिंगारम, बोवेनपल्ली और गुडीमलकापुर—में आम की आवक में देरी के कारण आपूर्ति प्रभावित हुई है, जिससे कीमतें ₹199 से ₹398 प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण आम के पेड़ों पर फल आने में देरी हो रही है।

सामान्यत: मार्च की शुरुआत में बाजारों में आम की आवक शुरू हो जाती है, लेकिन इस साल स्थिति अलग है। एक अधिकारी ने बताया, “किसानों का कहना है कि जलवायु परिस्थितियों के कारण इस बार पेड़ों पर फल देरी से आ रहे हैं। धीरे-धीरे आपूर्ति बढ़ रही है और मार्च के दूसरे पखवाड़े से ट्रकों की संख्या में वृद्धि की संभावना है।”

अब तक इस सीजन में 1,072 मीट्रिक टन आम, यानी लगभग 650 ट्रक माल, विजयवाड़ा, अनंतपुर, कुर्नूल, तमिलनाडु और महबूबनगर से बाजारों में पहुंच चुका है। किसान मुख्य रूप से टोटापुरी, हिमायत, पेड्डा रसालु, बेनीशान और नट्टी मल्लिका जैसी किस्में ला रहे हैं। पिछले साल फरवरी तक 7,788 ट्रक आम बाजार में आए थे, जबकि इस साल यह संख्या घटकर 4,556 रह गई है। 10 मार्च 2024 तक 502 ट्रक आम आ चुके थे, लेकिन इस साल अब तक केवल 358 ट्रकों की आवक दर्ज हुई है।

बागवानी विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि इस बार स्थानीय आम की पैदावार पर आम हॉपर कीट का खतरा मंडरा रहा है। ये कीट फूलों और कच्चे फलों को नुकसान पहुंचाकर पौधों को कमजोर कर सकते हैं, जिससे उपज में गिरावट आ सकती है। एक विशेषज्ञ ने बताया, “आम हॉपर पौधों को कमजोर कर सकते हैं, जिससे फलों का विकास बाधित होता है और कुल उत्पादन पर असर पड़ता है।”

सीजन के दौरान आमतौर पर हिमायती, पेड्डा रसालु, चिन्णा रसालु, दशहरी, नीलम, मल्लिका, सुंदरी, पांडरी, अपूसा, लाल बाग, मलगुबा, गोला, महमूदा, रूमाली, पलानगुवा, बेनीशान, टोटापुरी, चेरुका रसालु और लंगड़ा जैसी कई किस्में हैदराबाद के बाजारों में उपलब्ध रहती हैं।

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