राष्ट्रीय कृषि समाचार (National Agriculture News)

भारत ब्रांड फर्टिलाइजर की सफलता के बाद, भारत सरकार अब लाएगी भारत बीज ब्रांड

01 अप्रैल 2025, नई दिल्ली: भारत ब्रांड फर्टिलाइजर की सफलता के बाद, भारत सरकार अब लाएगी भारत बीज ब्रांड – सहकारिता मंत्रालय ने खेती की उत्पादकता को बढ़ाने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। इसके तहत मल्टी-स्टेट कोऑपरेटिव सोसाइटीज (MSCS) एक्ट, 2002 के तहत भारतीय बीज सहकारी समिति लिमिटेड (BBSSL) की स्थापना की गई है। इस पहल का लक्ष्य देश भर में फैले सहकारी नेटवर्क का उपयोग करते हुए ‘भारत बीज’ नाम से उच्च गुणवत्ता वाले बीजों का उत्पादन, खरीद और वितरण करना है।

19,674 सहकारी समितियों के प्रभावशाली सदस्य आधार के साथ, जिसमें झारखंड की 334 समितियाँ शामिल हैं, BBSSL किसानों, खासकर दूरदराज और ग्रामीण इलाकों में रहने वालों के लिए बीजों की उपलब्धता को मजबूत करने के लिए तैयार है। संगठन ने झारखंड सरकार से बीज लाइसेंस भी हासिल कर लिया है, जिससे नियमों का पालन सुनिश्चित होता है। इसका बेहतरीन लॉजिस्टिक्स ढांचा किसानों तक बेहतर बीजों की समय पर डिलीवरी को आसान बनाएगा, जिससे फसल की पैदावार और खेती की दक्षता बढ़ेगी।

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छोटे और सीमांत किसानों के बीच ‘भारत बीज’ ब्रांड को लोकप्रिय बनाने के लिए BBSSL ने एक व्यापक जागरूकता रणनीति बनाई है। इसमें सोशल मीडिया अभियान, BBSSL वेबसाइट के जरिए प्रचार, किसान सभाएँ, क्षेत्रीय कार्यशालाएँ, सेमिनार और राष्ट्रीय, राज्य व क्षेत्रीय कृषि आयोजनों में भागीदारी शामिल है। राज्य कृषि विभागों के साथ मिलकर प्रदर्शन कार्यक्रम, जैसे फ्रंट-लाइन डेमॉन्स्ट्रेशन (FLD) और क्लस्टर फ्रंट-लाइन डेमॉन्स्ट्रेशन (CFLD), आयोजित किए जाएंगे ताकि किसानों को गुणवत्तापूर्ण बीजों के फायदों के बारे में बताया जा सके।

भारत में बीज क्षेत्र को सीड्स एक्ट, 1966, सीड रूल्स, 1968 और सीड्स (कंट्रोल) ऑर्डर, 1983 के तहत सख्त नियमों द्वारा नियंत्रित किया जाता है, जो बाजार में उपलब्ध बीजों की गुणवत्ता सुनिश्चित करते हैं। राज्य सरकारों को बीजों की गुणवत्ता पर नजर रखने और नकली या घटिया बीजों के वितरण को रोकने का अधिकार दिया गया है।

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इसके अलावा, कृषि और किसान कल्याण विभाग बीज वितरण में अहम भूमिका निभाता है। यह राज्य और निजी बीज कंपनियों को ब्रीडर बीज आवंटित करता है, जिससे फाउंडेशन और प्रमाणित बीजों की नियमित आपूर्ति सुनिश्चित होती है। बीज वितरण में पारदर्शिता और दक्षता बढ़ाने के लिए सरकार ने 19 अप्रैल, 2023 को सीड ऑथेंटिकेशन, ट्रेसेबिलिटी एंड होलिस्टिक इन्वेंट्री (SATHI) पोर्टल शुरू किया। यह डिजिटल पहल न्यूक्लियस और ब्रीडर बीजों से लेकर फाउंडेशन और प्रमाणित बीजों तक आपूर्ति श्रृंखला को ट्रैक करने में सक्षम है, जिसमें निजी एजेंसियाँ, बीज डीलर और वितरक एकीकृत हैं।

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