रबी में 22 लाख किसानों से 266 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद
06 जुलाई 2024, नई दिल्ली: रबी में 22 लाख किसानों से 266 लाख मीट्रिक टन गेहूं की खरीद – भारतीय खाद्य निगम (एफसीआई) ने रबी विपणन सीजन (आरएमएस) 2024-25 के दौरान 266 लाख मीट्रिक टन (एलएमटी) गेहूं की रिकॉर्ड तोड़ खरीद की है, जो पिछले साल के 262 एलएमटी के आंकड़े को पार कर गया है। इस प्रक्रिया में 22 लाख से अधिक किसान लाभान्वित हुए हैं और उनके बैंक खातों में न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) के तहत 61 हज़ार करोड़ रुपये जमा किए गए हैं।
गेहूं खरीद में वृद्धि
वर्ष 2024-25 के दौरान कुल गेहूं खरीद 266 लाख टन रही, जो पिछले सीजन से अधिक है। उत्तर प्रदेश ने पिछले साल के 2.20 एलएमटी की तुलना में 9.31 एलएमटी की खरीद की है, जबकि राजस्थान ने पिछले सीजन के 4.38 एलएमटी से 12.06 एलएमटी की खरीद दर्ज की है।
केंद्र सरकार ने पिछले एक साल में एमएसपी पर धान और गेहूं की खरीद के लिए 1.29 करोड़ किसानों के बैंक खातों में सीधे 2.3 लाख करोड़ रुपये से अधिक का भुगतान किया है। इस साल, गेहूं की खरीद 22 लाख से अधिक किसानों के लिए फायदेमंद साबित हुई है।
पर्याप्त मात्रा में गेहूं की खरीद ने एफसीआई को सार्वजनिक वितरण प्रणाली (पीडीएस) में खाद्यान्न का निरंतर प्रवाह सुनिश्चित करने में मदद की है। यह पूरी खरीद प्रक्रिया पीएमजीकेएवाई सहित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के तहत लगभग 184 एलएमटी गेहूं की वार्षिक आवश्यकता को पूरा करने में महत्वपूर्ण रही है।
भारत सरकार ने आरएमएस 2024-25 के लिए गेहूं के लिए 2275 रुपये प्रति क्विंटल का न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) घोषित किया।
धान की भी भारी खरीद
खरीफ विपणन सीजन 2023-24 के दौरान धान की खरीद के लिए 1.74 लाख करोड़ रुपये सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजे गए हैं। धान की वर्तमान खरीद ने केंद्रीय पूल चावल के स्टॉक को 490 एलएमटी से अधिक कर दिया है।
इस सीजन में गेहूं और धान की पर्याप्त खरीद सरकार, एफसीआई, राज्य एजेंसियों, किसानों और अन्य हितधारकों के संयुक्त प्रयासों का परिणाम है।
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