26 हजार कृषकबंधु देंगे किसानों को तकनीकी ज्ञान
313 ब्लॉक को-आर्डिनेटर भी बनेंगे
(विशेष प्रतिनिधि)
भोपाल। ग्रामीण स्तर पर किसानों एवं प्रसार तंत्र के बीच जीवंत संबंध स्थापित करने तथा कृषि के साथ-साथ उससे सम्बद्ध विभागों के मध्य तालमेल बैठाने के उद्देश्य से आत्मा योजना के तहत प्रदेश में 26 हजार कृषक बंधुओं का चयन किया जाएगा। दो आबाद ग्रामों के मध्य एक कृषक बंधु होगा जो किसानों को तकनीकी ज्ञान भी देगा जिससे कृषक उन्नत एवं आधुनिक खेती कर अपना उत्पादन बढ़ा सकेंगे। इसके साथ ही प्रत्येक विकासखण्ड में एक ब्लॉक को-आर्डिनेटर का भी चयन किया जाएगा जो कृषक बंधुओं की गतिविधियों के क्रियान्वयन में सक्रिय भागीदारी एवं समन्वय स्थापित करेगा। इनका चयन जिले के प्रभारी मंत्री के अनुमोदन पर होगा। यह निर्णय राज्य शासन ने हाल ही में भारत सरकार द्वारा सहायता प्राप्त सब मिशन ऑन एग्रीकल्चर एक्सटेंशन ”आत्मा” योजना के तहत कृषक बंधु एवं ब्लॉक को-आर्डिनेटर के चयन के लिए नए मार्गदर्शी निर्देश के तहत जारी किए हैं।
चयन कैसे होगा ?
कृषक बंधुओं का चयन ग्राम सभा में नामों की चर्चा के बाद विकासखण्ड स्तरीय कृषक सलाहकार समिति के अवलोकन के बाद जिलास्तर पर आत्मा गवर्निंग बोर्ड द्वारा प्रभारी मंत्री के अनुमोदन के पश्चात् किया जाएगा। कृषक बंधुओं में चयन में 30 फीसदी महिलाओं को प्राथमिकता दी जाएगी। कृषक बंधु की योग्यता हाईस्कूल पास होगी इस योग्य कृषक नहीं मिलने पर आठवीं कक्षा पास प्रगतिशील कृषक का चयन किया जा सकेगा।
इसी प्रकार ब्लाक को-आर्डिनेटर के लिए कृषि या विज्ञान विषय से स्नातक होना अनिवार्य होगा। बीटीएम इनका नाम प्रस्तावित करेंगे। जिले के प्रभारी मंत्री अनुमोदन करेंगे। इनके पास कृषक बंधुओं की सम्पूर्ण जानकारी उपलब्ध रहेगी।
मेहनताना
प्रदेश में चयनित कृषक बंधुओं को केंद्रांश एवं राज्यांश मिलाकर कुल 13200 रूपये प्रतिवर्ष दिया जाएगा। यह राशि कृषक बंधुओं को वर्ष में दो बार छै: मासी किश्तों में मिलेगी।
इसी प्रकार ब्लॉक को-आर्डिनेटर को प्रत्येक माह 5 हजार रूपये के मान से प्रति वर्ष 60 हजार रूपये दिए जाएंगे। राज्य शासन ने निर्देश दिए हैं कि इस योजना के तहत किसी भी तरह की विवादास्पद स्थिति में संचालक कृषि का निर्णय अंतिम एवं मान्य होगा।