यूपीएल लिमिटेड ने कपास कीटों से छुटकारा पाने और अतिरिक्त आय के लिए उठाए कदम
• इस पहल का उद्देश्य किसानों को कपास के कीटों को खत्म करने की तकनीक से लैस करना
11 जुलाई 2022, मुंबई: यूपीएल लिमिटेड ने कपास कीटों से छुटकारा पाने और अतिरिक्त आय के लिए उठाए कदम – यूपीएल लिमिटेड ने सिरसा (हरियाणा) में कपास जैसी फसलों में कीट प्रबंधन की तकनीकों पर किसानों को शिक्षित करने की दिशा में पहल की है। कंपनी के विजन ‘किसान सबसे पहले’ को ध्यान में रखते हुए इस पहल का उद्देश्य किसानों को विभिन्न ऐसी तकनीकों पर शिक्षित करना था, जिनका उपयोग कपास की फसल में कीटों से छुटकारा पाने और अतिरिक्त आय उत्पन्न करने के लिए किया जा सकता है।
‘उलाला’ उपयोग से विभिन्न फसलों में लगभग
कपास के कीट जैसे चूसने वाले कीट और पिंक बॉलवर्म ने फसल पर कहर बरपाया है और कपास की उपज और किसानों की आय को प्रभावित किया है। यूपीएल के उत्पाद ‘उलाला’ ने कपास के चूसने वाले कीटों का प्रबंधन करने और किसानों को उत्पादन और अधिक कमाई करने में मदद करने की दिशा में सफलता हासिल की है। किसानों ने ‘उलाला’ का उपयोग करने के बाद विभिन्न फसलों में लगभग 4,500-11,000 रुपए प्रति एकड़ की अतिरिक्त आय अर्जित की है। इस तरह ‘उलाला’ हर साल कपास की खेती का एक जरूरी हिस्सा बन गया है। इसकी कम खुराक, चूसने वाले कीटों का उत्कृष्ट नियंत्रण, अनुकूल लागत लाभ अनुपात और किसानों और पर्यावरण के लिए उच्च सुरक्षा प्रोफ़ाइल के कारण यह प्रोडक्ट चूसक कीट से छुटकारा पाने का पसंदीदा समाधान बन गया है।
इसके अतिरिक्त, किसानों के साथ अपने जुड़ाव को और मजबूत करने और उनके मनोबल को बढ़ाने के लिए इस पहल के तहत एक लकी ड्रॉ भी आयोजित किया गया। लकी ड्रॉ में किसानों को ट्रैक्टर, बाइक आदि उपहारों से सम्मानित किया गया।
आशीष डोभाल, रीजनल डायरेक्टर, यूपीएल लिमिटेड ने कहा, ‘‘किसान हमारे प्राथमिक हितधारक हैं, और हम यूपीएल में उनकी भलाई और आर्थिक सफलता के लिए प्रतिबद्ध हैं। किसानों के साथ चल रही बातचीत के माध्यम से, हम उन्हें अपनी वित्तीय स्थिति में सुधार के लिए आवश्यक जानकारी और समाधान प्रदान करने की उम्मीद करते हैं। उदाहरण के लिए, ‘उलाला’ ने कीटों से छुटकारा पाकर कपास उत्पादकों को अधिक आय अर्जित करने में मदद की है। हमें यकीन है कि यह उत्पाद विभिन्न फसलों के लिए कीट प्रबंधन में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है।’’
सिरसा के एक किसान भरत सिंह ने कहा, ‘‘मैं 10 एकड़ जमीन पर कपास उगाता हूं और हमें लगातार उन कीटों से निपटना पड़ता है, जो फसल को नष्ट कर देते हैं, खासकर पिंक बॉलवर्म और चूसने वाले कीट। हम चूसने वाले कीटों के प्रबंधन पर यूपीएल द्वारा दी गई जानकारी का उपयोग करने की तैयारी कर रहे हैं। किसान कनेक्ट गतिविधि और लकी ड्रॉ के माध्यम से हमें दिए गए उपहारों के लिए मैं यूपीएल का आभारी हूं।’’
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