कम्पनी समाचार (Industry News)

सल्फर मिल्स ने दो नए उत्पाद इमारा और जुड़वा जी लांच किए

7 जून 2022, इंदौर । सल्फर मिल्स ने दो नए उत्पाद इमारा और जुड़वा जी लांच किए – देश की प्रसिद्ध कम्पनी सल्फर मिल्स लि. द्वारा गत दिनों इंदौर में आयोजित विक्रेता सम्मेलन में विश्वस्तरीय दो नए उत्पाद इमारा और जुड़वा जी लांच किए गए। इस कार्यक्रम में श्री राजेंद्र अखनाई, प्रेसिडेंट – सेल्स एंड मार्केटिंग, श्री हितेश पटेल, वाईस प्रेसिडेंट- मार्केटिंग, डॉ. यूए पारासरा, डिवीजनल बिजनेस हेड, श्री राधेश्याम, हेड क्रॉप प्रोटेक्शन, श्री पुष्पेंद्र गंगराड़े, मार्केटिंग मैनेजर, मप्र के रीजनल सेल्स मैनेजरद्वय श्री सुरेश शर्मा, श्री प्रकाश सगीत्रा, श्री राजेंद्र परिहार और सीजीआर एंड कम्पनी के श्री हरीश श्रॉफ सहित कई वितरक मौजूद थे। कार्यक्रम में कम्पनी के एमडी श्री विमल शाह के संदेश का प्रसारण किया गया।

श्री अखनाई ने कहा कि सल्फर मिल्स अनुसंधान और विकास आधारित कम्पनी है, जिसका उद्देश्य है कि किसानों की उत्पादकता के साथ उनकी आय बढ़े। इसीलिए कम्पनी ने भारत में पहली बार विश्वस्तरीय दो उत्पाद इमारा और जुड़वा जी लांच किए हैं। पोषणयुक्त कीटनाशक इमारा और ड्राई कैप तकनीक वाले जुड़वा जी उत्पाद को 1500 तकनीकी विशेषज्ञों के माध्यम से देशभर में पहुंचाएंगे। श्री हितेश पटेल ने कहा कि इमारा दुनिया का पहला ऐसा उत्पाद है, जिसमें कीटनाशक के साथ पौधे को पोषण भी मिलेगा। इमारा डब्ल्यूजी आधारित पेटेंड उत्पाद है, जिसे इनरमटेरिअल सामग्री को निकाल कर सल्फर 70 प्रतिशत और जिंक ऑक्साइड 13 प्रतिशत मिलाकर तैयार किया गया है। यह पौधे की प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ-साथ उत्पादकता को बढ़ाने में भी सहायक होगा।

Advertisement
Advertisement

श्री राधेश्याम और डॉ. पारासरा ने इमारा और जुड़वा जी दोनों उत्पादों की विशेषताएं बताते हुए कहा कि इमारा में फिप्रोलिन, सल्फर और जिंक का मिश्रण है, जो धान की फसल को तना छेदक जैसे घातक कीट से बचाता है। धान की फसल में प्रतिरोपण के 15-20 दिन बाद या फसल की सीधी बुवाई में 25-30 दिन बाद 4 किलो/एकड़ की दर से मिट्टी या खाद में एक समान मिलाकर इस्तेमाल करें। जबकि देश का पहला ड्राई कैप टेक्नालॉजी आधारित उत्पाद जुड़वा जी में वाटर डिस्पर्सिबल ग्रेन्यूल्स (डब्ल्यूडीजी) फॉर्मूलेशन होता है, जिसमें कोई गंध नहीं होती। धान की फसल में तना छेदक को नियंत्रित करने के लिए इसे 270-300 ग्राम प्रति एकड़ की दर से 200 लीटर पानी के साथ इस्तेमाल करना चाहिए। श्री सुरेश शर्मा ने कहा कि इमारा विश्व का ऐसा पहला विश्वसनीय उत्पाद है जो किसानों की धान फसल में आने वाली 80 प्रतिशत समस्या का समाधान करता है। खासतौर से धान के लीफ फोल्डर और स्टेम बोरर की समस्या का यह बेहतर समाधान है। श्री गंगराड़े ने विक्रेताओं को कम्पनी विस्तार की गतिविधियों की जानकारी दी।

महत्वपूर्ण खबर: ग्लोबल ऑर्गेनिक एक्सपो में श्री योगेंद्र कौशिक सम्मानित

Advertisement8
Advertisement
Advertisements
Advertisement5
Advertisement