कर्नाटक में किसानों की प्रगति: नेटाफिम इंडिया ने गदग में शुरू किया ‘प्रगति’ कार्यक्रम
11 जून 2025, नई दिल्ली: कर्नाटक में किसानों की प्रगति: नेटाफिम इंडिया ने गदग में शुरू किया ‘प्रगति’ कार्यक्रम – कर्नाटक के गदग में नेटाफिम इंडिया ने ‘प्रगति’ नाम से एक खास कार्यक्रम आयोजित किया, जिसमें किसानों को नई तकनीकों का प्रशिक्षण दिया गया और बेहतरीन काम करने वालों को सम्मानित किया गया। स्मार्ट सिंचाई समाधान देने वाली कंपनी नेटाफिम ने सिंगतलूर लिफ्ट इरिगेशन स्कीम (SLIS-3) के तहत काम करने वाले किसानों को सशक्त बनाने के लिए यह पहल शुरू की। इस योजना ने 11,330 हेक्टेयर से ज्यादा जमीन पर ड्रिप सिंचाई जैसी आधुनिक तकनीकों को बढ़ावा दिया है। यहाँ के किसान मक्का, सूरजमुखी, मूंग, प्याज, मिर्च और फूलों जैसी फसलों की खेती कर रहे हैं। साथ ही, वे ड्रिप सिस्टम के जरिए फसलों की जरूरत के हिसाब से पोषक तत्व (फर्टिगेशन) देने में भी कामयाब हो रहे हैं।
इस खास मौके पर 30 मेहनती किसानों को ‘प्रगति किसान बैज’ और उपहार देकर सम्मानित किया गया। ये किसान अब नेटाफिम के उन्नत प्रशिक्षण में हिस्सा लेंगे और अपने गाँव-समुदाय में टिकाऊ खेती को बढ़ावा देने के लिए प्रेरणा बनेंगे।
कार्यक्रम में शामिल हुए विशेषज्ञ और अधिकारी
कार्यक्रम में धारवाड़ के वाल्मी के निदेशक डॉ. गिरीश मारड्डी, केएनएनएल के सहायक अभियंता लक्ष्मण जोगदंडकर, एमईआईएल के महाप्रबंधक मैलसामी एम., और नेटाफिम इंडिया के सहायक महाप्रबंधक गिरीश देशपांडे व उमेशा एम.सी. शामिल हुए। इन लोगों ने नई तकनीकों से खेती को बेहतर बनाने की बात की।
डॉ. गिरीश मारड्डी ने कहा, “नेटाफिम का यह प्रगति कार्यक्रम SLIS-3 के किसानों के लिए एक बड़ा कदम है। ड्रिप सिंचाई, फर्टिगेशन और डिजिटल खेती का प्रशिक्षण देकर यह पहल किसानों को ज्यादा उपज और कम संसाधनों के इस्तेमाल की राह दिखा रही है।” उन्होंने मिट्टी की जाँच और फसलों को सही पोषण देने की अहमियत भी बताई।
गिरीश देशपांडे ने जोश के साथ कहा, “हमारा मकसद प्रगति के जरिए ऐसे किसानों का समूह तैयार करना है, जो दूसरों के लिए मिसाल बनें। ड्रिप सिंचाई और नई तकनीकों से ये किसान अपनी खेती को नई ऊँचाइयों पर ले जा रहे हैं और बाकी लोगों को भी ऐसा करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं। यही असली बदलाव की शुरुआत है।”
दिनभर का प्रशिक्षण, ढेर सारी सीख
पूरे दिन चले इस कार्यक्रम में किसानों को कई अहम बातें सिखाई गईं। ड्रिप सिस्टम से उपज बढ़ाने, फर्टिगेशन, सिस्टम की देखभाल, भविष्य की फसलों की रणनीति और डिजिटल खेती के टूल्स जैसे विषयों पर गहराई से बात हुई। लाइव डेमो और असल जिंदगी की सफल कहानियों ने किसानों को और उत्साहित किया।
कम मेहनत, दोगुनी कमाई
कार्यक्रम में बताया गया कि ड्रिप सिंचाई और आधुनिक तकनीकों की मदद से किसानों ने अपनी फसलों की पैदावार को दोगुना कर लिया है। साथ ही, पानी, मेहनत और खाद की लागत भी कम हुई है। प्रगति जैसे आयोजन नेटाफिम इंडिया की उस सोच को दिखाते हैं, जिसमें टिकाऊ खेती, गाँवों की खुशहाली और समुदाय की अगुवाई में बदलाव सबसे अहम हैं।
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