फलदार पौधे लगाने की तैयारी अभी से करें
मई में बागवानी के काम
- डॉ. दयानन्द, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष कृषि विज्ञान केन्द्र,
आबूसर-झुन्झुनू
18 मई 2021, भोपाल । फलदार पौधे लगाने की तैयारी अभी से करें – कोविड-19 की दूसरी लहर के दौरान खेती से संबंधित कार्य प्रभावित ना हों इसके लिए किसानों को मई माह में कोविड-19 गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए ये बागवानी कार्य सम्पन्न करने की सलाह दी जाती है-
- जिन किसानों को आगामी मानसून के समय फलदार पौधे लगाने है वे रेखांकन कार्य एवं गड्ढा खोदने का कार्य मई माह से लेकर जून के प्रथम सप्ताह तक सम्पन्न करें। बडे फलदार पौधों (बेलपत्र, आंवला, खजूर) के लिये 1म1म1 मीटर का गड्ढा तथा छोटे फलदार पौधे जैसे कि अमरूद, अनार, मौसमी, किन्नू आदि के लिये 60म60म60सेमी. के गड्ढे खोदें।
- नीबूवर्गीय फसलों (नींबू, मौसम्बी, किन्नू) के बाग में 5-6 दिन के अंतराल पर सिंचाई करें। फलों को गिरने से बचाने हेतु एन.ए.ए. दवा का छिड़काव करें।
- बेर के वृक्षों की कटाई- छंटाई का कार्य 15-20 मई तक पूरा करें।
- बेलपत्र के पके हुए फलों की तुड़ाई करें व हल्की सिंचाई करें।
- इस समय टमाटर व भिंडी की फसल में फल छेदक कीट का प्रकोप देखने को मिल रहा है जिसके नियंत्रण के लिए क्विनोल्फास 25 प्रतिशत ईसी, 1 एमएल/ली. अथवा फ्लुबेनडि़माइड 20 दवा का 5 ग्राम/10 ली. पानी के हिसाब से छिड़काव करें।
- बैंगन के तैयार मुलायम फलों को तोड़कर बाजार भेजने की व्यवस्था करें। यदि फल तथा तना छेदक का आक्रमण हो तो फ्लुबेनडि़माइड 20 दवा का 5 ग्राम/10 ली. पानी या एमामेक्टिन बेंजोएट 5 प्रतिशत ईएसजी का 4 ग्राम/10 ली. पानी के अनुसार प्रयोग करें।
- मिर्च, तरबूज व खरबूजा की फसल में उत्पादन बढ़ाने के किए एनपीके का 10-15 किग्रा/हे. अनुसार प्रयोग करें।
- प्याज की पछेती फसल की खुदाई की तैयारी करें व उचित भंडारण की व्यवस्था करें।
- कद्दूवर्गीय फसलों में तैयार फलों को तोड़कर बाजार भेजें तथा अगेती फसलो को वर्षा ऋतु में प्राप्त करने के लिए लौकी, तोरई, करेला व खीरा की फसलों की बुवाई के लिए खेत की तैयारी शुरू कर दें।
- किसानों को सलाह दी जाती है की जब अति आवश्यक हों तभी घर से बाहर निकलें व समय पर कृषि कार्य पूरे करें। जरूरी जानकारी के लिए कृषि विशेषज्ञों से फोन करके सलाह लें।