प्रदेश के 1 लाख 46 हजार किसानों को मिली 202 करोड़ की राहत राशि
बेमौसम बरसात – ओलावृष्टि से प्रभावित
- (विशेष प्रतिनिधि)
22 फरवरी 2022, भोपाल । प्रदेश के 1 लाख 46 हजार किसानों को मिली 202 करोड़ की राहत राशि – मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि राज्य सरकार किसान हितैषी सरकार है। संकट की स्थिति में सरकार किसानों के साथ खड़ी है, चाहे प्राकृतिक आपदा हो या बाढ़ जैसे संकट। गत जनवरी माह में ओलावृष्टि से प्रदेश के 26 जिलों में किसानों की फसलों को हुई क्षति के लिए 202 करोड़ 90 लाख रूपए की राशि एक लाख 46 हजार 101 किसानों के खाते में अंतरित की गई है। बीते लगभग दो वर्ष में किसान सम्मान निधि, शून्य प्रतिशत ब्याज पर ऋण और अन्य सभी किसान-कल्याण योजनाओं में कुल पौने 2 लाख करोड़ रूपए किसानों को दिये गये हैं। श्री चौहान निवास से किसानों को राहत राशि अंतरित करने के बाद वीडियो कॉन्फ्रेंस द्वारा संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री एवं राजस्व विभाग श्री मनीष रस्तोगी और राजस्व सचिव डॉ. संजय गोयल भी उपस्थित थे।
ओले धरती पर नहीं मानो सीने पर गिरे हों
श्री चौहान ने कहा कि जब असमय वर्षा और ओलावृष्टि हुई, तब यही अनुभूति हुई थी कि ओले धरती पर या खेतों पर नहीं गिरे मानो उनके सीने पर गिरे हों। ऐसी घटनाएँ विचलित करती हैं। गत सप्ताह खरीफ 2020 और रबी 2021 के लिए 45 लाख से अधिक किसानों के खातों में बीमा राशि का भुगतान भी कर दिया गया है। फसल बीमा दावा के भुगतान की कुल 7 हजार 669 करोड़ राशि में से अब तक 5 हजार 660 करोड़ रूपए की राशि का भुगतान किया जा चुका है। भुगतान की गई राशि एक हजार 665 करोड़ है। शेष 844 करोड़ रूपए की राशि का भुगतान भी आगामी दो दिन में किया जा रहा है। किसानों को चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है। किसानों के हित के लिए इसी तत्परता से कार्य होंगे।
संकट में किसानों के साथ है सरकार
राजस्व मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत ने किसानों को राशि अंतरण पर वर्चुअली भागीदारी करते हुए कहा कि राज्य सरकार किसान हितैषी सरकार है। संकट में किसानों के दुख और परेशानी को दूर करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। श्री चौहान ने ओलावृष्टि और असामयिक वर्षा से फसल क्षति होने के संकट को तत्काल अपने संज्ञान में लेकर फसलों का सर्वे कराया।
एक हजार से अधिक ग्रामों में हुई थी ओलावृष्टि
श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश के 1074 ग्रामों में ओलावृष्टि से और असामयिक वर्षा से एक लाख 34 हजार 19 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों को क्षति हुई थी। प्रभावित जिलों में रायसेन, राजगढ़, विदिशा, भिण्ड, ग्वालियर, अशोकनगर, शिवपुरी, दतिया, गुना, धार, झाबुआ, बालाघाट, छिंदवाड़ा, मण्डला, सिवनी, बैतूल, हरदा, सतना, सागर, टीकमगढ़, निवाड़ी, उज्जैन, मंदसौर, नीमच, रतलाम और खण्डवा शामिल हैं। जिलेवार राहत राशि प्रभावितों को देने का कार्य प्राथमिकता से किया गया।
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