समस्या- चने की फसल में हर वर्ष उकटा रोग आता है। नियंत्रण या बचाव के उपाय बतायें।
लेखक: चैनलाल पाटीदार
13 नवंबर 2024, भोपाल: समस्या- चने की फसल में हर वर्ष उकटा रोग आता है। नियंत्रण या बचाव के उपाय बतायें। – समाधान- चने का उकटा रोग सामान्य रूप से आता है। उकटा रोग की फफूंदी मिट्टी में रहती है। तथा साल दर साल पनपती रहती है। इस रोग के नियंत्रण के बजाय बचाव के उपाय अधिक कारगर हैं कृपया आप निम्न करें।
Advertisement
Advertisement
- ग्रीष्मकालीन गहरी जुताई करके मिट्टी में छुपी फफूंदी को नष्ट करें।
- बुआई पूर्व बीज का उपचार ट्राईकोडर्मा 5 ग्राम/किलो बीज के हिसाब से अथवा 2 ग्राम थाईरम/किलो बीज का करें।
- हर वर्ष एक ही जमीन में चने की खेती नहीं करें।
- रोग रोधी जातियां जैसे जे.जी. 315, जे.जी. 74, जे.जी. 11, जे.जी.130, जे.जी.16 भारती, जे.जी.63, जे.जी.322, विजय श्वेता, काक 2, बी.जी. 1053 इत्यादि ही लगायें।
- चना के साथ अलसी की अंतरवर्तीय फसल लगायें दो कतार चने के साथ 1 कतार अलसी की लगायें।
- ट्राईकोडर्मा 5 ग्राम/लीटर पानी में घोल बनाकर सीमित क्षतिग्रस्त क्षेत्रों में मिट्टी में डालें।
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम, व्हाट्सएप्प)
(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)
कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:
www.krishakjagat.org/kj_epaper/
Advertisement8
Advertisement
कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:
Advertisement8
Advertisement


