Editorial (संपादकीय)

स्मार्ट खेती-आधुनिक कृषि का नया आयाम

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वर्तमान समय में सूचना संचार प्रौद्योगिकी ने हर क्षेत्र में विस्तार के अनेक विकल्प खोले हैं। कृषि में भी सूचना संचार प्रौद्योगिकी का प्रयोग एक और हरित क्रांति का मार्ग प्रशस्त करता है। युवा कृषक पारंपरिक खेती की जगह स्मार्ट तकनीक अपनाकर अपनी खेती में व्यापक सुधार कर रहे हैं। स्मार्ट खेती से आशय है कि खेती में मोबाइल एप्लीकेशन, वृहद आंकड़े, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, मशीनों का उपयोग है। आज जलवायु परिवर्तन, छोटी कृषि जोत, कृषि आदानों की उच्च लागत कृषकों के लिए चिंता का विषय है। 

स्मार्ट खेती से चेतना आर्गेनिक आगेभारत में आर्गेनिक कॉटन की खेती में चेतना आर्गेनिक अग्रणी भूमिका में है। तेलंगाना, आंध्रप्रदेश, महाराष्ट्र, उड़ीसा के किसानों के साथ चेतना समूह काम कर रहा है। चेतना इन किसानों का संगठन बनाने में मदद करता है, उद्यमी बनने में सहयोग, साथ ही खाद्य एवं पोषण सुरक्षा और महिला सशक्तिकरण में भी योगदान देता है।इन किसानों से व्यापक रूप से जुडऩे में फील्ड की दिक्कतें काफी होती थी। कागजी कार्यवाही में समय व्यर्थ हो जाता था। मैदानी कामों की ट्रैकिंग नहीं होती थी। परन्तु सोर्स ट्रेस सप्लूशन का प्रयोग करने से रियल टाईम डाटा संग्रहण होता है जिससे ऑर्गेनिक कॉटन के उत्पादन की प्रभावी तरीके से मानीटरिंग होती है।

स्मार्ट खेती में प्रौद्योगिकियों तथा विधियों के संयोजन से उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद मिल सकती है। एक सटीक और संसाधनयुक्त विधि के रूप में स्मार्ट खेती में कृषि उत्पादन में उच्च उत्पादकता और स्थिरता की एक प्रणाली बनाने की वास्तविक क्षमता है। उन्नत एआई/ एमएल एल्गोरिगम के माध्यम से संशोधित उपग्रह आंकड़ों और जमीनी सच्चाई आंकड़ों का एक संयोजन इसे प्राप्त करने में मदद करता है। एक उदाहरण मिट्टी में से नमी का उपयोग है, जो किसानों को इस बात का निर्णय लेने में मदद करता है कि कब, कहां, कितनी सिंचाई करें। इस प्रकार पानी का अपव्यय और ऊर्जा की बचत लागत को कम करती है। लंबे समय तक इस प्रकार का दृष्टिकोण खाद्य सुरक्षा की समस्याओं को कम कर सकता है।

स्मार्ट खेती में कीटनाशक और उर्वरक का उपयोग भी सीमित किया जा सकता है जिससे भूमि की उर्वराशक्ति में सुधार होता है और ग्रीन हाऊस गैस उत्सर्जन में मदद मिलती है। स्मार्ट खेती प्रौद्योगिकी उपज के अनुमान, स्थानीय मौसम पूर्वानुमान, बीमारियों और आपदा की संभावनाओं की जानकारी देती है। स्मार्ट खेती की आवधारणा में तेजी से वृद्धि हो रही है। 

यह खेती की आवश्यकताओं के उचित विश्लेषण के साथ सही कार्य योजना प्रस्तुत करती है। लाभदायक और टिकाऊ खेती के लिए स्मार्ट खेती का उपयोग जरूरी है।

सोर्स अनेक किसान उत्पादक संगठनों के साथ जुड़कर काम कर रहा है।

email : info@sourcetrace.com
website : www.sourcetrace.com

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