संपादकीय (Editorial)

रासी की आरसीएच 659 कपास से मिलेगा रिकॉर्ड उत्पादन

इंदौर। किसी भी फसल को कामयाब बनाने में उच्च गुणवत्ता वाले बीज का अहम योगदान रहता है, इसी क्षेत्र में देश की अग्रणी और 45 वर्ष पुरानी कंपनी रासी सीड्स का बड़ा योगदान रहा है, रासी सीड्स के पास बहुत ही उच्च गुणवत्ता वाले और आधुनिक रिसर्च सेंटर है, और अनुभवी वैज्ञानिकों की टीम है, इसी कारण कंपनी ने समय-समय पर किसानों को उच्च गुणवत्ता वाले कपास के बीज उपलब्ध करवाए हंै। जिसमें सर्वप्रथम रासी-2 का नाम आता है, जिसने कपास की उपज को 10-15 क्विं./एकड़ तक पहुंचा। क्षेत्रीय प्रबंधक श्री गोविंद सिंह ने बताया कि रासी सीड्स ने किसानों को कपास की नई किस्में दी। जिसमें सर्वप्रथम नाम आता है। आरसीएच-659 का, इस किस्म को किसान 155-160 दिन की अवधि में ही तैयार कर सकता है। और उसके बाद, रबी की फसल गेहूं, चना या मक्का भी लगा सकता है, आरसीएच-659, एक मोटे डेंडू और उच्च उत्पादन देने वाली किस्म है और इस किस्म का अंकुरण भी बहुत अच्छा होता है, ये मध्यम से भारी मिट्टी में बहुत ही अच्छी पैदावार देती है। किसान इस किस्म से 15-20 क्विं./एकड़ की पैदावार ले रहे है। आरसीएच 659 के डेंडू का फुटाव बहुत ही अच्छा है। जिससे चुनाई में श्रम कम लगता है। इस वर्ष खरीफ में म.प्र. में बोई गई आरसीएच-659 की फसल तकरीबन एक माह की हो चुकी है, इसका अंकुरण बहुत ही अच्छा रहा है। उम्मीद है कि आरसीएच 659 से रिकार्ड उत्पादन मिलेगा। रासी सीड्स ने इस वर्ष दो और नई किस्मों को लांच किया है, जिनका नाम रासी नियो और मेघना है, यह दोनों किस्म भी मध्यम अवधि और अधिक पैदावार देने वाली किस्म है लेकिन रासी नियो हल्की से मध्यम मिट्टी के लिये उपयुक्त है और वही मेघना मध्यम से भारी मिट्टी के लिए उपयुक्त है, दोनों ही किस्मों में रस चूसने वाले कीटों के प्रति बहुत ही अच्छी सहनशीलता है।

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