पपीते की पत्तियों पर दिख रहे हैं पीले धब्बे? पूसा वैज्ञानिकों ने बताया सटीक इलाज
27 जून 2025, नई दिल्ली: पपीते की पत्तियों पर दिख रहे हैं पीले धब्बे? पूसा वैज्ञानिकों ने बताया सटीक इलाज – अगर आपके पपीते की पत्तियों पर पीले रंग के धब्बे नजर आ रहे हैं, तो यह सामान्य समस्या नहीं है। खासकर मई महीने में लगाई गई फसल इस समय रोगों की चपेट में आ जाती है। ऐसे में यदि समय रहते सही उपचार न किया गया तो यह समस्या पूरे बागान को नुकसान पहुंचा सकती है।
इसी को ध्यान में रखते हुए भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI), पूसा के वैज्ञानिकों ने किसानों को इसके समयबद्ध और कारगर समाधान के बारे में जानकारी दी है।
IARI विशेषज्ञों के अनुसार, मई में पपीते की फसल लगाने से गर्मी और नमी के कारण फसल पर फफूंदजनित रोगों का खतरा बढ़ जाता है। इनमें से एक प्रमुख लक्षण है – पत्तियों पर पीले धब्बों का उभरना, जो धीरे-धीरे पूरी पत्तियों को कमजोर कर देता है और पौधों की उत्पादन क्षमता घट जाती है।
दो बार करें यह छिड़काव
विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि इस समस्या के निवारण के लिए किसान दो प्रमुख चीजों का प्रयोग करें:
1. रिडोमिल
- मात्रा: 400 ग्राम
- घोल: 200 लीटर पानी में मिलाकर
- छिड़काव: प्रति एकड़
- समय: सात दिन के अंतराल पर दो बार
रिडोमिल एक प्रभावी फफूंदनाशक है जो पत्तियों पर फैले धब्बेदार रोगों को नियंत्रित करता है और पत्तियों की हरियाली को लौटाता है।
2. जीवारस (Jeevaras)
- मात्रा: 400 मिली
- घोल: 200 लीटर पानी में मिलाकर
- छिड़काव: प्रति एकड़
- समय: सात दिन के अंतराल पर दो बार, रिडोमिल के साथ ही
जीवारस एक जैविक उपचार है जो मिट्टी और पौधे की प्राकृतिक रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और खेत में माइक्रोबियल संतुलन बनाए रखता है।
किसानों के लिए सलाह:
- छिड़काव हमेशा सुबह या शाम के समय करें ताकि दवाइयाँ असरदार बनी रहें।
- छिड़काव से पहले मौसम का पूर्वानुमान जरूर देख लें, बारिश होने की संभावना हो तो टाल दें।
- खेत में पहले से गिरे हुए या संक्रमित पत्तों को हटा देना जरूरी है, ताकि रोग फैल न सके।
यदि आप मई में पपीते की फसल लगा चुके हैं और अब पत्तियों में पीले धब्बों की समस्या नजर आ रही है, तो घबराएं नहीं। IARI के विशेषज्ञों द्वारा सुझाया गया यह उपाय अपनाएं और अपनी फसल को बर्बादी से बचाएं, उपज बढ़ाएं।
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