सोयाबीन किस्म आर.एस.सी. 11-42 (RSC 11-42)
07 जून 2024, भोपाल: सोयाबीन किस्म आर.एस.सी. 11-42 (RSC 11-42) – आर.एस.सी. 11-42 का विकास इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर द्वारा किया गया हैं जो की अखिल भारतीय सोयाबीन अनुसन्धान परियोजना का केंद्र भी हैं। वर्ष 2021 से 2023 के दौरान पूर्वी क्षेत्र में लगातार किये गए परीक्षणों में इसने 2299 किग्रा./हे की औसत दर से प्रतिस्पर्धी किस्म की तुलना में 27 प्रतिशत अधिक उत्पादन प्राप्त किया हैं I
यह किस्म अर्धसिमित वृद्धि वाली हैं तथा इसमें बैंगनी रंग के फूल आते हैं। इस किस्म में इंडियन बड ब्लाइट रोग तथा बैक्टीरियल पुस्तुले के लिए मध्यम प्रतिरोधिता हैं जबकि रायजोक्टोनिया एरियल ब्लाइट. के लिए मध्यम प्रतिरोधिता हैं। यह चक्र भृंग के लिए मध्यम प्रतिरोधि हैं. इसकी औसत परिपक्वता अवधि 101 दिन हैं। इस किस्म को पूर्वी क्षेत्र (छत्तीसगढ़, झारखण्ड, बिहार, पश्चिम बंगाल) के लिए उपयुक्त पाया गया हैं।