फसल की खेती (Crop Cultivation)किसानों की सफलता की कहानी (Farmer Success Story)

प्राकृतिक खेती से भूमि सुधारते श्री केवल प्रसाद

8 मई 2023, छिन्दवाड़ा प्राकृतिक खेती से भूमि सुधारते श्री केवल प्रसाद – रसायनिक खाद से भूमि की बिगड़ी सेहत उत्पादन प्रभावित कर रही थी। पिछले 2 सालों से ग्राम कुण्डाली खुर्द विकासखंड परासिया  के किसान श्री केवल प्रसाद चन्द्रवंशी अपनी 16 एकड़ भूमि से 6 एकड़ कृषि भूमि पर प्राकृतिक खेती करते हुए फसलों के उत्पादन में सफलता हासिल कर रहे हैं। इस वर्ष 2 एकड़ में मिर्च, 3 एकड़ में टमाटर एवं 1 एकड़ में करेला तथा गिलकी प्राकृतिक खेती विधि से लगाई गई है। इसमें जीवामृत घन जीवामृत, ब्रह्मास्त्र, नीम अस्त्र, अग्नि अस्त्र का उपयोग कर रहे हैं।  इनके निर्माण के लिए यूनिट भी खेत में लगा रखी है साथ ही 5 वर्मी कंपोस्ट यूनिट से निर्मित खाद का भी उपयोग फसलों पर करते हैं। इनके पास 6 देसी गाय हैं। पशु चारे हेतु प्राकृतिक पद्धति से नेपियर उत्पादन एवं एजोला यूनिट का भी  निर्माण किया गया है। फसलों पर कीट व्याधि का नियंत्रण प्राकृतिक तरीके से करते हैं। 

खेत में प्रकाश प्रपंच, यलो स्ट्रीक, ट्रेप के अलावा खेत के चारों ओर गेंदे की फसल लगाते हंै  जिससे फसलों की बीमारियों से सुरक्षा रहती है। श्री चंद्रवंशी के खेत पड़ोसी भी इन को देखते हुए प्राकृतिक खेती करने लगे।

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इनके द्वारा किए जा रहे काम को देखने जिले के उप संचालक कृषि जितेन्द्र सिंह पूरी टीम के साथ खेत में पहुंचे एवं श्री चन्द्रवंशी के प्रयासों की सराहना की।

भ्रमण दल में एसडीओ परासिया श्री प्रमोद सिंह उट्टी, वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी श्री विनायक नागदावने, बीटीएम श्री अमित बघेल, ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी श्री के.आर. मस्तकार, नुन्हेम्स कंपनी के श्री विजय शहाने, श्री विपिन सहारे सहित क्षेत्र के किसान उपस्थित रहे।

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