भूमि की सही तैयारी से मक्का की बढ़ी उपज
25 मई 2024, खरगोन: भूमि की सही तैयारी से मक्का की बढ़ी उपज – मक्का की अच्छी फसल के लिए भूमि की सही तैयारी जरूरी है। उचित जुताई और समतल खेत से मिट्टी की संरचना बेहतर होती है और फसल की जड़ें मजबूत होती हैं। अच्छी भूमि तैयारी से न केवल जल निकासी बेहतर होती है, बल्कि पौधों को आवश्यक पोषक तत्व भी आसानी से मिलते हैं। साथ ही पौधों की जड़ें गहराई तक जा पाती हैं।
जुताई और समतलीकरण
1. पहली जुताई: मिट्टी पलटने वाले हल से 8-10 इंच गहराई तक करें। इससे मिट्टी के नीचे के कीट और खरपतवार नष्ट हो जाते हैं।
2. दूसरी और तीसरी जुताई: देशी हल या कल्टीवेटर से करें, जिससे मिट्टी भुरभुरी और समतल हो सके। इससे मिट्टी में हवा और नमी का संतुलन बना रहता है।
3. अंतिम जुताई: पाटा लगाकर खेत को समतल करें। इससे बीज बोने में आसानी होती है और फसल की वृद्धि समान रूप से होती है।
4. आधुनिक उपकरण: रोटावेटर और पावर हैरो का उपयोग करें। ये उपकरण मिट्टी को और भी भली प्रकार से तैयार करते हैं, जिससे फसल की जड़ें मजबूत होती हैं।
जैविक खाद का प्रयोग
1. गोबर की खाद: 10-15 टन प्रति हेक्टेयर के हिसाब से डालें। यह मिट्टी की उर्वरता बढ़ाने और उसकी संरचना सुधारने में मदद करती है।
2. कृभको व कंचन जैविक खाद: भूमि की उर्वरता बढ़ाने के लिए उपयोग करें। जैविक खादों के प्रयोग से मिट्टी में सूक्ष्म जीवाणुओं की संख्या बढ़ती है, जो पौधों के लिए पोषक तत्वों को उपलब्ध कराते हैं।