जानिए बागवानी फसलों की खेती की लागत और कमाई की संभावना
30 जून 2022, भोपाल: भारतीय किसानों के लिए बागवानी फसलें महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वे उन्हें उच्च आय प्राप्त करने में मदद करती हैं। 2021-22 में भारत में बागवानी फसल उत्पादन के तहत लगा हुआ कुल क्षेत्रफल 270.56 लाख हेक्टेयर था और कुल अनुमानित उत्पादन लगभग 330.25 लाख टन (पहला अग्रिम अनुमान) है।
बड़े व्यावसायिक पैमाने पर किए जाने पर बागवानी फसलों की खेती की लागत काफी अधिक होती है। यदि किसान के पास अपने खेत के पास बाजार की उपलब्धता है और उसके पास अल्पावधि भंडारण की क्षमता है, तो वह बागवानी फसलों से अच्छी कमाई कर सकता है।
नीचे दी गई तालिका में कुछ महत्वपूर्ण बागवानी फसलों जैसे टमाटर, मिर्च, लाल शिमला मिर्च, शिमला मिर्च, बैंगन, भिंडी, पत्ता गोभी, फूलगोभी, टैपिओका, तरबूज, खरबूजा, रिब्बड गॉर्ड (लौकी), लौकी, खीरा, हल्दी, धनिया, केला, गुलदाउदी, गोल्डन रॉड खेती की औसत लागत का उल्लेख है।
भारत में उगाई जाने वाली प्रमुख बागवानी फसलों की खेती की लागत (रुपये प्रति हेक्टेयर)
फसल | खेत की तैयारी | नर्सरी और रोपण / बुवाई | निराई | पौध – संरक्षण | उर्वरक | वेतन (लेबर) | स्टेकिंग, परिवहन और अन्य खर्च | कुल |
टमाटर | 6,000 | 7,000 | 10,000 | 12,000 | 8,000 | 13,000 | 5,000 | 61,000 |
मिर्च | 6,000 | 7,000 | 10,000 | 12,000 | 6,000 | 5,000 | – | 46,000 |
लाल शिमला मिर्च | 6,000 | 8,000 | 10,000 | 12,000 | 8,000 | 5,000 | – | 49,000 |
शिमला मिर्च | 6,000 | 8,000 | 10,000 | 12,000 | 8,000 | 5,000 | – | 49,000 |
बैंगन | 6,000 | 7,000 | 10,000 | 10,000 | 7,000 | 10,000 | – | 50,000 |
भिंडी | 6,000 | 12,000 | 5,600 | 5,000 | 6,000 | 6,000 | – | 40,600 |
पत्ता गोभी | 6,000 | 10,000 | 10,000 | 12,000 | 8,500 | 5,000 | – | 51,500 |
फूलगोभी | 6,000 | 10,000 | 10,000 | 12,000 | 8,500 | 5,000 | – | 51,500 |
टैपिओका | 6,000 | 5,000 | 8,000 | 2,000 | 3,000 | 6,000 | – | 30,000 |
तरबूज | 6,000 | 10,000 | 10,000 | 8,000 | 8,000 | 8,000 | – | 50,000 |
खरबूजा | 6,000 | 14,000 | 10,000 | 8,000 | 8,000 | 8,000 | 2,000 | 56,000 |
रिब्बड गॉर्ड (लौकी) | 6,000 | 8,000 | 8,000 | 8,000 | 7,000 | 5,000 | – | 42,000 |
लौकी | 6,000 | 8,000 | 8,000 | 8,000 | 7,000 | 5,000 | – | 42,000 |
खीरा | 6,000 | 8,000 | 7,000 | 9,000 | 7,000 | 6,000 | 5,000 | 48,000 |
हल्दी | 6,000 | 10,000 | 8,000 | 8,000 | 8,000 | 5,000 | – | 45,000 |
धनिया | 6,000 | 6,000 | 6,000 | 6,000 | 4,000 | 4,000 | – | 32,000 |
केला | 6,000 | 8,000 | 8,000 | 10,000 | 10,000 | 6,000 | 8,000 | 56,000 |
गुलदाउदी | 6,000 | 15,000 | 8,000 | 10,000 | 9,000 | 7,000 | – | 55,000 |
गोल्डन रॉड | 6,000 | 30,000 | 10,000 | 10,000 | 11,000 | 10,000 | – | 77,000 |
इन फसलों से कमाई की संभावना को जानना भी आवश्यक है क्योंकि विभिन्न कारकों के कारण बाजार में उत्पाद की लागत में दैनिक उतार-चढ़ाव होता है। नीचे दी गई तालिका इन फसलों में से प्रत्येक से कुल आय को न्यूनतम बाजार मूल्य की उम्मीद के साथ समझने में मदद करती है। इससे किसानों को अपनी बागवानी फसलों का चयन करने से पहले सही निर्णय लेने में मदद मिलेगी।
न्यूनतम बाजार मूल्य पर बागवानी फसलों से कुल आय
फसल | खेती की लागत (रुपये प्रति हेक्टेयर) | उपज (एमटी / हेक्टेयर) | शुद्ध आय (रु.) (सबसे कम कीमत पर) | बाजार मूल्य सीमा (रु.) |
टमाटर | 61,000 | 50 | 39,000 (@ Rs. 2/kg) | 2 – 30/kg |
मिर्च | 46,000 | 22 | 64,000 (@ Rs.5/kg) | 5 – 15/kg |
लाल शिमला मिर्च | 49,000 | 37 | 1,36,000 (@ Rs. 5/kg) | 5 – 20/kg |
शिमला मिर्च | 49,000 | 18 | 95,000 (@ Rs. 8/kg) | 8 – 25/kg |
बैंगन | 50,000 | 60 | 70,000 (@ Rs. 2/kg) | 2 – 30/kg |
भिंडी | 40,600 | 10 | 19,400 (@ Rs.6/kg) | 6 – 15/kg |
पत्ता गोभी | 51,500 | 75 | 1,73,500 (@ Rs. 3/kg) | 3 – 10/kg |
फूलगोभी | 51,500 | 32000 फूल | 1,08,500 (@ Rs. 5/flower) | 5 – 15/flower |
टैपिओका | 30,000 | 30 | 54,000 (@ Rs. 2.8/kg) | 2.8 – 5/kg |
तरबूज | 50,000 | 40 | 50,000 (@ Rs. 2.5/kg) | 2.5 – 10/kg |
खरबूजा | 56,000 | 22 | 54,000 (@ Rs.5/kg) | 5 – 25/kg |
रिब्बड गॉर्ड (लौकी) | 42,000 | 20 | 38,000 (@ Rs. 4/kg) | 4 – 15/kg |
लौकी | 42,000 | 40 | 78,000 (@ Rs. 3/kg) | 3 – 15/kg |
खीरा | 48,000 | 20 | 72,000 (@ Rs. 6/kg) | 6 – 12/kg |
हल्दी | 45,000 | 5 | 5,5000 (@ Rs. 2000/Q) | 2000 – 4000/Q |
धनिया | 32,000 | 87000 बंडल | 5,5000 (@ Rs. 1/bundle) | 1 – 2/bundle |
केला | 56,000 | 75 | 3,19,000 (@ Rs. 5/kg) | 5 – 12/kg |
गुलदाउदी | 55,000 | 20 | 2,45,000 (@ Rs. 15/kg) | 15 – 25/kg |
गोल्डन रॉड | 77,000 | 15000 गुच्छों | 73,000 (@ Rs. 10/bunch) | 10 – 14/bunch |
उपरोक्त तालिका उच्चतम और निम्नतम बाजार दर को समझने में मदद करेगी। बागवानी फसलों को अपने स्थानीय मौसम को ध्यान में रखते हुए चुना जाना चाहिए क्योंकि अत्यधिक उच्च तापमान में खेती करना मुश्किल है। यह जानना भी जरूरी है कि आप अंतिम उपज को अपने नजदीकी बाजार में बेच पाएंगे या नहीं। कभी-कभी किसान विदेशी फसल जैसे काला गेहूं या बेबी कॉर्न उगाते हैं लेकिन स्थानीय बाजार में उनकी उपज खरीदने के लिए कोई खरीदार नहीं होता है।
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