फसल की खेती (Crop Cultivation)

जानिए सोयबीन की फसल में लगने वाले कीट पर कैसे करें नियंत्रण 

19 जून 2023, भोपाल: जानिए सोयबीन की फसल में लगने वाले कीट पर कैसे करें नियंत्रण – सोयाबीन फसल में कई कीटों का प्रकोप विभिन्न क्षेत्रों में पाया जाता है। इन कीटों में तने की मक्खी व चक्रभृंग (तना छेदक कीट), अर्ध कुन्डलक इल्ली, कम्बल कीट, तम्बाखू की इल्ली, अलसी की इल्ली, चने की फली छेदक (पत्ती भक्षक कीट), एवं सफेद मक्खी, जेसिडस, माइटस् और थ्रिप्स् (रस चूसक) प्रमुख हैं।

इनके नियंत्रण के उपाय निम्नलिखित हैं:

फेरोमोन टैप्स लगाने से वयस्क कीट (उड़ने वाले) आकर्षित होकर टैप में गिर जाते हैं जिससे इल्लियों जैसे कीटों का नियंत्रण सम्भव है।

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क्र.  कीट का नाम प्रबंधन/बचाव के उपाय

1तना मक्खी

·        थियामेथोक्सम  30 प्रतिशत एफ एस 10 ग्रा./किलो से बीजोपचार करें। 

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·        थियामेथोक्सम 12.6 प्रतिशत + लेम्बडा सायहेलोथ्रिन 9.5 प्रतिशत125 मिली/हे छिड़काव करें।

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2चक्र भृंग (गर्डल बीटल)

·        थायाक्लोप्रिड 21.7 एस.सी. 750 मिली/हे , क्लोरेंट्रानिलिप्रोएल (कोराजन) का 150 मि.ली./हे. छिड़काव करें।

·        या बीटा सायफ्लोथ्रिन 8.5 प्रतिशत, इमिडाक्लोप्रिड  19.8 प्रतिशत / 350  मि.ली/हे. छिड़काव करें। 

3तम्बाकू की इल्ली/कंबल कीट

·        कीट विशेष फेरोमन जाल का प्रयोग करें।

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·        क्लोरेंट्रानिलिप्रोएल (कोराजन) / 150 मिली/हे छिड़काव करें।

·        या इन्डोक्साकर्ब 15.80 प्रतिशत ई.सी./333 मिली /हे छिड़काव करें।

·        प्रभावित पौधों से अण्डगुच्छ एवं लार्वीगुच्छ वाली पत्तियों को एकत्र कर नष्ट कर दें। 

·        जब हम खेत का निरीक्षण करते हैं तब कागज की तरह या जालीदार पत्तियॉँ जैसे ही दिखें वहॉ पत्तियों के नीचे अण्डगुच्छ या लार्वीगुच्छ मिल जायेंगे, इस प्रकार की पत्तियों या पूरे पौधे को धीरे से  इकट्ठा करें एवं बोरी में डालते जायें तथा अन्त में खेत से बाहर लाकर नष्ट कर दें। 

·        जिस जगह पर इस प्रकार की पत्तियॉँ मिलें उसके चारों तरफ कीटनाशक का छिड़काव तुरंत करें।

4अर्ध कुंडलक (सेमीलुपर)

·        क्लोरेंट्रानिलिप्रोएल ( 18.5 एस.सी  / 150 मि ली/हे  के हिसाब से छिड़काव करें।

·        या फ्लुबेंडीयामाइड 39.35 एस सी / 150  मि ली./हे के हिसाब से छिड़काव करें।

·        या टेट्रानिलीप्रोएल 18.18 एस सी / 275 मि ली/हे के हिसाब से छिड़काव करें।

·         इमिडाक्लोप्रिड 48 प्रतिशत एफ.एस. १२५ मि. ली मात्रा प्रति हे. के हिसाब से छिड़काव करें। 

5. अन्य पत्ती भक्षक कीट        

·        फ्लूबेन्डामाइड 39.35 प्रतिशत एस.सी. १५॰ मि.ली/हे. से छिड़काव करें।

·        या स्पायनोसेड ४५ एस.सी. १२५ मि.ली. प्रति हे. या रायनेक्सीपीर २0 एस.सी. १00 मि.ली प्रति हे. से छिड़काव करें।

·        या इन्डोक्साकार्ब १५ ई.सी.३00 मि.ली. प्रति हे. के हिसाब से छिड़काव करें।

जैविक कीटनाशक:

·        बैवेरिया बेसियाना या बीटी, १ लीटर प्रति हे. की दर से छिड़काव करनें से पत्ती भक्षक इल्लियों पर नियंत्रण पाया जा सकता है।

·        एच.ए.एन.पी.व्ही. या एस.आई.एन.पी.व्ही.की २५0 एल.ई. प्रति हे. की दर से छिड़काव करने से भी पत्ती भक्षक कीटों पर नियंत्रण पाया जा सकता है।

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