फसल की खेती (Crop Cultivation)

टमाटर, बैंगन और मटर में फल छेदक कीट का समेकित प्रबंधन

02 मई 2025, नई दिल्ली: टमाटर, बैंगन और मटर में फल छेदक कीट का समेकित प्रबंधन – फल छेदक कीट (फ्रूट बोरर) टमाटर, बैंगन और मटर की फसल के लिए एक गंभीर समस्या है, खासकर गर्मियों में। आईएआरआई ने इस कीट को नियंत्रित करने के लिए समेकित कीट प्रबंधन (IPM) की सलाह दी है, जिसमें रासायनिक कीटनाशकों पर कम निर्भरता रहती है। सही समय पर निवारक और उपचारात्मक उपाय करके फसल को नुकसान से बचाया जा सकता है।

इसके लिए सबसे आसान और पर्यावरण-अनुकूल तरीका है खेत में पक्षी बैठने की जगह (बर्ड पर्च) बनाना। चिड़ियाँ प्राकृतिक रूप से इल्लियों और अन्य हानिकारक कीटों को खाकर उनकी संख्या नियंत्रित करती हैं। खेत में लकड़ी या बांस के खंभे लगाकर किसान इन पक्षियों को आकर्षित कर सकते हैं।

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कीट का प्रकोप शुरुआती अवस्था में हो, तो हाथ से इकट्ठा करके नष्ट करना भी प्रभावी है। खराब फलों और संक्रमित पौधों के हिस्सों को उखाड़कर गहरी मिट्टी में दबा देना चाहिए, ताकि कीटों का जीवन चक्र टूट जाए।

कीटों की निगरानी के लिए फेरोमोन ट्रैप (2-3 प्रति एकड़) लगाए जाने चाहिए। ये ट्रैप नर कीटों को आकर्षित करते हैं, जिससे उनकी संख्या कम होती है। साथ ही, किसान यह आकलन कर सकते हैं कि कीटों की संख्या आर्थिक हानि स्तर (ETL) तक पहुँच गई है या नहीं।

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यदि कीटों का प्रकोप बढ़ जाए, तो जैविक नियंत्रण के तहत बैसिलस थुरिंजिएन्सिस (Bt) का 1 ग्राम प्रति लीटर पानी में घोल बनाकर छिड़काव करना चाहिए। Bt एक प्राकृतिक जीवाणु है, जो सिर्फ इल्लियों को नष्ट करता है और मित्र कीटों व मनुष्यों के लिए सुरक्षित है। छिड़काव सुबह या शाम को करना अधिक प्रभावी होता है।

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यदि Bt छिड़काव के 15 दिन बाद भी कीटों की संख्या ETL से अधिक हो, तो स्पिनोसैड 48 EC (1 मिली प्रति 4 लीटर पानी) का छिड़काव करना चाहिए। स्पिनोसैड भी एक जैविक कीटनाशक है, जो मिट्टी के जीवाणुओं से बनता है और लाभदायक जीवों को नुकसान नहीं पहुँचाता।

इन IPM तकनीकों को अपनाकर किसान रासायनिक कीटनाशकों पर निर्भरता कम कर सकते हैं, फसल को सुरक्षित रख सकते हैं और उपभोक्ताओं के लिए सुरक्षित उत्पाद पैदा कर सकते हैं।

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