मॅकेरीना से सोयाबीन, दालों, मूंगफली की उपज क्षमता बढ़ाए
22 जुलाई 2024, इंदौर: मॅकेरीना से सोयाबीन, दालों, मूंगफली की उपज क्षमता बढ़ाए – सोयाबीन, दालें और मूंगफली जैसी फसलें पौधों में अजैविक तनाव के कारण पर्याप्त उपज नहीं देती हैं। शोध के अनुसार, फसलें अपनी उपज क्षमता का केवल24% ही उत्पादन करती हैं। इससे निपटने के लिए, यूपीएल एस ए एस लि. द्वारा मॅकेरीना नामक एक उत्पाद फसलों को उनकी पूरी उपज क्षमता प्राप्त करने में मदद करता है। किसान अब सरकार द्वारा दिए जा रहे बढ़े हुए न्यूनतम समर्थन मूल्य का लाभ उठा सकते हैं और अपना मुनाफा बढ़ा सकते हैं।
मॅकेरीना का छिड़काव
अजैविक तनाव से पूरी सुरक्षा के लिए सोयाबीन, दालें और मूंगफली पर मॅकेरीना के केवल 2 छिड़काव की आवश्यकता होती है। मॅकेरीना की खुराक 250 मिली/एकड़ है l मॅकेरीना टैंक-मिक्स संयोजन के रूप में अधिकांश फसल सुरक्षा समाधानों के साथ पूरी तरह से संगत है। इसका उपयोग कीटनाशकों, कवकनाशकों और शाकनाशियों के साथ सभी फसलों में किया जा सकता है। यह पौधे के स्वास्थ्य, शक्ति, कन्से, फूलों और फसल की उपज में भी सुधार करेगा।
छिड़काव फूल बनने से पहले और फल बनने के बाद किया जा सकता है। छिड़काव से पौधों को पूर्ण सुरक्षा के साथ अपना विकास पूरा करने में मदद मिलेगी। यह उत्पाद अत्यधिक बारिश और अत्यधिक गर्मी से रेनकोट या बरसाती जैसी सुरक्षा प्रदान करता है और फसल को कम बारिश और पाले की स्थिति से भी बचाता है।
विभिन्न फसलों के लिए मॅकेरीना का डोज़
फसलें | निर्धारित मात्रा(मिली/एकड़) | इस्तेमाल का समय |
दलहन (मूंग, उड़द, अरहर व चना) | 250 | 2 स्प्रे – फूल आने से पहले और फलियाँ बनने पर |
सोयाबीन | 250 | 2 स्प्रे – फूल आने से पहले और फलियाँ बनने पर |
गेहूं | 250 | 2 स्प्रे – बाली निकलने की अवस्था और दाने बनने की अवस्था |
मूंगफली | 250 | 2 स्प्रे – फूल आने से पहले और दाने बनने की अवस्था पर |
जीरा | 250 | 2 स्प्रे – बाली आने की अवस्था और दाने बनने की अवस्था |
सेब | 400-600 | 3 स्प्रे – गुलाबी काली आने पर, पंखुड़ियाँ गिरने पर और वॉलनट की अवस्था पर |
फूल की फसल | 250 | फूल आने की अवस्था से हर 15 दिन बाद |
सब्जियां (टमाटर, बैंगन, मिर्च) | 250 | 1. वनस्पति अवस्था, 2. पुष्पन अवस्था, 3. फल अवस्था |
फल | 400-600 | 1. वनस्पति अवस्था, 2. पुष्पन अवस्था, 3. फल अवस्था |
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