अगर चाहते हैं सोयाबीन में बंपर उत्पादन, तो ये NPK खाद मात्रा जरूर अपनाएं!
01 जुलाई 2025, नई दिल्ली: अगर चाहते हैं सोयाबीन में बंपर उत्पादन, तो ये NPK खाद मात्रा जरूर अपनाएं! – सोयाबीन की फसल से बेहतर और अधिक उत्पादन तभी संभव है, जब खेत में आवश्यक पोषक तत्वों का सही संतुलन बना हो। खासकर नाइट्रोजन (N), फॉस्फोरस (P), पोटाश (K) और सल्फर (S) की उचित मात्रा और समय पर उपयोग से फसल की जड़ों से लेकर दानों तक विकास होता है।
इस लेख में हम आपको बताएंगे कि सोयाबीन में NPKS का सही अनुपात क्या होना चाहिए, कौन-कौन से उर्वरक किस मात्रा में डालें और खाद डालने का सही समय कब है ताकि आपकी फसल रिकॉर्ड पैदावार दे सके।
खेत की उर्वरता बनाए रखें
खेत की उर्वरता बनाए रखने के लिए बोवनी से पहले 5-10 टन प्रति हेक्टेयर गोबर की खाद या कम्पोस्ट, या 2.5 टन प्रति हेक्टेयर मुर्गी की खाद डालना लाभकारी होता है। इससे मिट्टी की नमी और पोषक तत्वों का स्तर बढ़ता है, जो फसल के अच्छे विकास के लिए जरूरी है।
मध्य क्षेत्र के लिए अनुशंसित उर्वरक मात्रा
मध्य क्षेत्र में सोयाबीन की फसल के लिए नाइट्रोजन, फॉस्फोरस, पोटाश और सल्फर (NPKS) का संतुलित अनुपात 25:60:40:20 किग्रा प्रति हेक्टेयर है। इसे आप निम्न विकल्पों से पूरा कर सकते हैं:
- यूरिया: 56 किग्रा + सिंगल सुपर फॉस्फेट: 375-400 किग्रा + म्युरेट ऑफ पोटाश: 67 किग्रा
- डीएपी: 125 किग्रा + म्युरेट ऑफ पोटाश: 67 किग्रा + बेंटोनाइट सल्फर: 25 किग्रा
- मिश्रित उर्वरक (12:32:16): 200 किग्रा + बेंटोनाइट सल्फर: 25 किग्रा
अन्य क्षेत्रों के लिए उर्वरक मात्रा
| क्षेत्र (Zone) | NPKS (किग्रा/हेक्टेयर) | उर्वरक स्रोत एवं मात्रा |
|---|---|---|
| मध्य (Central) | 25:60:40:20 | 56 किग्रा यूरिया, 375 किग्रा सुपर फॉस्फेट, 67 किग्रा म्युरेट ऑफ पोटाश |
| दक्षिण (Southern) | 25:80:20:30 | 56 किग्रा यूरिया, 500 किग्रा सुपर फॉस्फेट, 34 किग्रा म्युरेट ऑफ पोटाश |
| उत्तर मैदानी (Northern Plain) | 25:75:25:37.5 | 56 किग्रा यूरिया, 470 किग्रा सुपर फॉस्फेट, 42 किग्रा म्युरेट ऑफ पोटाश |
| उत्तर पूर्वी पहाड़ी एवं पूर्वी क्षेत्र (NE Hill & Eastern Zone) | 25:100:50:50 | 56 किग्रा यूरिया, 625 किग्रा सुपर फॉस्फेट, 84 किग्रा म्युरेट ऑफ पोटाश |
खाद डालने का सही समय
- बुवाई के बाद: यूरिया की 50% मात्रा बुवाई के समय और बाकी 50% फसल की विकास अवस्था (25-30 दिन बाद) में दें।
- बुवाई से पहले: पूरी डीएपी या सुपर फॉस्फेट, म्युरेट ऑफ पोटाश और सल्फर आधारित उर्वरक (जैसे बेंटोनाइट सल्फर) खेत में मिलाएं।
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