फसल की खेती (Crop Cultivation)

IARI: सिंचाई में ये गलती मत करना, वरना तेज़ हवाएं गिरा देंगी पूरी फसल!

10 मार्च 2025, नई दिल्ली: IARI: सिंचाई में ये गलती मत करना, वरना तेज़ हवाएं गिरा देंगी पूरी फसल! – भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (IARI), नई दिल्ली ने 09 मार्च 2025 को आगामी सप्ताह (16 मार्च 2025 तक) के लिए मौसम आधारित कृषि परामर्श जारी किया है। यह परामर्श किसानों को फसलों की देखभाल और खेती के कार्यों को मौसम के अनुकूल तरीके से संचालित करने में मदद करेगा। आइए जानते हैं मुख्य सिफारिशें, पिछले सप्ताह का मौसम, और आगामी पूर्वानुमान।

कृषि वैज्ञानिकों की मुख्य सिफारिशें

  • शुष्क मौसम के पूर्वानुमान को ध्यान में रखते हुए, किसानों को सलाह दी जाती है कि वे सभी रबी फसलों और सब्जियों में हल्की सिंचाई करें। फसल को गिरने से बचाने के लिए, सिंचाई सुबह या शाम के समय करें, जब हवा की गति कम हो।
  • मूंग और उड़द की फसलों की बुवाई: इस मौसम में मूंग और उड़द की फसलों की मार्च में बुवाई हेतु किसान किसी प्रमाणित स्रोत से उन्नत बीजों का संग्रह करें। मूंग के लिए पूसा विशाल, पूसा बैसाखी, पी.डी एम-11, एस एम एल-32; उड़द के लिए पंत उड़द-19, पंत उड़द-30, पंत उड़द-35, पी डी यू-1 जैसी किस्मों का चयन करें। अधिक उत्पादन के लिए बुवाई से पूर्व बीजों को फसल विशेष राईजोबीयम तथा फास्फोरस सोलूबलाईजिंग बेक्टीरिया से अवश्य उपचार करें।
  • भिंडी की अगेती बुवाई: मौसम को ध्यान में रखते हुए किसानों को सलाह है कि भिंडी की अगेती बुवाई हेतु ए-4, परबनी क्रांति, अर्का अनामिका आदि किस्मों की बुवाई करें। बुवाई से पूर्व खेतों में पर्याप्त नमी का ध्यान रखें। बीज की मात्रा 10-15 कि.ग्रा./एकड़ रखें।
  • गेहूं की फसल में रोग नियंत्रण: मौसम को ध्यान में रखते हुए गेहूँ की फसल में रोगों, विशेषकर रतुआ की निगरानी करते रहें। काला, भूरा अथवा पीला रतुआ अधिक आने पर फसल में डाइथेन एम-45 (2.5 ग्राम/लीटर पानी) का छिड़काव करें। पीला रतुआ 10-20 डिग्री सेल्सियस तापमान पर फैलता है, जबकि भूरा रतुआ 15-25 डिग्री सेल्सियस के साथ नम जलवायु में अधिक सक्रिय होता है। काला रतुआ 20 डिग्री सेल्सियस से ऊपर के तापमान और शुष्क जलवायु में बढ़ता है।
  • सब्जियों और सरसों में चेपा कीट का नियंत्रण: मौसम को ध्यान में रखते हुए किसान सभी सब्जियों तथा सरसों की फसल में चेपा के आक्रमण की निगरानी करें। इस कीट के नियंत्रण के लिए वे सब्जियों में इमिडाक्लोप्रिड @ 0.25-0.5 मि.ली./लीटर पानी की दर से छिड़काव सब्जियों की तुडाई के बाद करें। सब्जियों की फसलों पर छिड़काव के बाद एक सप्ताह तक तुड़ाई न करें।
  • फ्रेंच बीन और गर्मी के मौसम वाली मूली की बुवाई: वर्तमान तापमान फ्रेंच बीन, गर्मी के मौसम वाली मूली इत्यादि की सीधी बुवाई हेतु अनुकूल है क्योंकि बीजों के अंकुरण के लिए यह तापमान उपयुक्त हैं। किसान उन्नत बीजों को किसी प्रमाणित स्रोत से ही प्राप्त करें।
  • टमाटर, मिर्च, कद्दूवर्गीय सब्जियों की रोपाई: मौसम को ध्यान में रखते हुए किसान टमाटर, मिर्च, कद्दूवर्गीय सब्जियों के तैयार पौधों की रोपाई इस सप्ताह कर सकते हैं।
  • प्याज की फसल में नीला धब्बा रोग की निगरानी: इस मौसम में प्याज की समय से बोयी गई फसल में नीला धब्बा रोग की निगरानी करते रहें। रोग के लक्षण पाये जाने पर डाएथेन- एम-45 @ 3 ग्रा./ली. पानी किसी चिपकने वाले पदार्थ जैसे टीपोल आदि (1 ग्रा. प्रति एक लीटर घोल) में मिलाकर छिड़काव करें।
  • टमाटर के फलों को फली छेदक कीट से बचाव: मौसम को ध्यान में रखते हुए टमाटर के फलों को फली छेदक कीट से बचाव हेतु किसान खेत में पक्षी बसेरा लगाए। कीट से नष्ट फलों को इकट्ठा कर जमीन में दबा दें। साथ ही फल छेदक कीट की निगरानी हेतु फिरोमोन प्रपंश @ 2-3 प्रपंश प्रति एकड़ की दर से लगाएं।
  • बैंगन की फसल में प्ररोह एवं फल छेदक कीट से बचाव: इस मौसम में बैंगन की फसल को प्ररोह एवं फल छेदक कीट से बचाव हेतु ग्रसित फलों तथा प्रोरहों को इकट्ठा कर नष्ट कर दें। यदि कीट की संख्या अधिक हो तो स्पिनोसेड कीटनाशी 48 ई.सी. @ 1 मि.ली. / 4 लीटर पानी की दर से छिड़काव करें।
  • मक्का चारे और लोबिया की बुवाई: इस तापमान में मक्का चारे के लिए (प्रजाति– अफरीकन टाल) तथा लोबिया की बुवाई की जा सकती है। बेबी कार्न की एच एम-4 की भी बुवाई कर सकते हैं।
  • आम और नींबू के बागों में सिंचाई प्रबंधन: आम और नींबू के बागों में, अच्छे फल लगने के लिए फूल आने के दौरान सिंचाई से बचना चाहिए। आम के मीली बग और लीफ हॉपर की नियमित निगरानी की सलाह दी जाती है।

बीते सप्ताह का मौसम (01 से 08 मार्च 2025)

सप्ताह के दौरान आसमान साफ़ रहा। 01 मार्च को 2.2 मिमी वर्षा संस्थान की वैधशाला में दर्ज की गई। दिन का अधिकतम तापमान 24.8 से 31.3 डिग्री सेल्सियस (साप्ताहिक सामान्य 26.0 डिग्री सेल्सियस) तथा न्यूनतम तापमान 7.6 से 17.0 डिग्री सेल्सियस (साप्ताहिक सामान्य 11.1 डिग्री सेल्सियस) रहा। इस दौरान पूर्वाह्न 7.21 को सापेक्षिक आर्द्रता 49 से 88 तथा दोपहर बाद अपराह्न 2.21 को 29 से 74 प्रतिशत दर्ज की गई। सप्ताह के दौरान दिन में औसत 7.7 घंटे प्रतिदिन (साप्ताहिक सामान्य 6.6 घंटे) धूप खिली रही। हवा की औसत गति 7.4 कि.मी प्रतिघंटा (साप्ताहिक सामान्य 4.0 कि.मी प्रतिघंटा) तथा वाष्पीकरण की औसत दर 3.6 मि.मी (साप्ताहिक सामान्य 3.8 मि.मी) प्रतिदिन रही।

आगामी मौसम पूर्वानुमान (09 से 16 मार्च 2025)

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग, नई दिल्ली के अनुसार, आगामी सप्ताह में शुष्क मौसम की संभावना है। अधिकतम तापमान 31 से 34 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 12 से 17 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने की संभावना है। सापेक्षिक आर्द्रता सुबह 90% से 93% और दोपहर में 25% से 40% के बीच रह सकती है। हवा की गति 12 से 14 किमी/घंटा रहने की संभावना है और दिशा उत्तर-उत्तर-पश्चिम और दक्षिण-दक्षिण-पूर्व हो सकती है। इस दौरान साप्ताहिक संचयी वर्षा 0 मिमी तक हो सकती है।

किसानों से अनुरोध किया जाता है कि वे फसल सुरक्षा और सिंचाई से संबंधित कार्यों को मौसम के अनुसार ही करें, ताकि अधिकतम उत्पादन सुनिश्चित किया जा सके।

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