फसल की खेती (Crop Cultivation)

मूंग में कीट एवं खरपतवार प्रबंधन कैसे करें

11 अप्रैल 2024, भोपाल: मूंग में कीट एवं खरपतवार प्रबंधन कैसे करें – मूँग में रोग तथा नाशीजीव न केवल फसल को हानि पहुँचाते हैं, अपितु दानों की गुणवत्ता भी खराब करते हैं। मूँग के नाशजीवों के प्रभावी विनाश के लिए समेकित प्रबंधन विधियाँ अपनायें। बुवाई के लिए अवरोधी किस्मों का ही चयन करें। इससे रोगों एवं कीटों से बचाव हेतु रसायनों के प्रयोग पर आने वाले खर्च से बचा जा सकता है।

भूमि की गहरी जुताई, समय से थोड़ा पहले बुवाई, खरपतवारों को न पनपने देना तथा समय से सिंचाई करने से नाशीजीवों को पनपने तथा फलने-फूलने का अवसर नहीं मिलता है। द्य रोमिल इल्लियों द्वारा अण्डे झुण्ड में दिये जाते हैं। अत: इसके प्रथम तथा द्वितीय इन्स्टार समूह में पाये जाते हैं। इन्हें इक_ा करके नष्ट कर दें। साथ ही रोमिल इल्लियों के विरूद्ध प्रकाश प्रपंच अधिक प्रभावी पाये गये हैं। द्य पीत चितेरी विषाणु रोग को हतोत्साहित करने हेतु रोगरोधी अथवा रोग सहिष्णु प्रजातियों का चयन करें। द्य चूसने वाले नाशीजीवों से बचाने के लिए कीट नाशकों से बीजोपचार करें। द्य फली भेदकों से रक्षा हेतु सर्वांगी, दानेदार कीटनाशकों का प्रयोग करें। द्य गेलूरेसिड बीटिल, डिफोलिएटर तथा फली भेदकों से बचाव हेतु पर्यावरण सुरक्षित कीटनाशकों का प्रयोग करें।

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