तमिलनाडु के लिए उच्च उपज देने वाली ज्वार की किस्में
15 अप्रैल 2025, नई दिल्ली: तमिलनाडु के लिए उच्च उपज देने वाली ज्वार की किस्में – तमिलनाडु में ज्वार की खेती प्रमुख है, विशेष रूप से कोयंबटूर और मदुरै जिलों में। किसानों को CSH 14 और CSH 17 जैसी संकर(हाइब्रिड) किस्में लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। पूरे राज्य में, CSH 16, CSH 17, CSH 18, COH 2, COH 4, और CSH 27 जैसी संकर किस्मों की सिफारिश की जाती है।
अनुशंसित संकर किस्में
- कोयंबटूर और मदुरै जिले: CSH 14, CSH 17
- पूरा राज्य: CSH 16, CSH 17, CSH 18, COH 2, COH 4, CSH 27
अनुशंसित किस्में
- CO 26
- CSV 15
- CSV 17
- CSV 20
- CSV 23
बुवाई की विधि
ज्वार की बुवाई बैल या ट्रेक्टर द्वारा खींचे जाने वाले दो या तीन नोक वाले बीज ड्रिल से की जाती है, जिसमें बीज को मिट्टी में 7 सेमी की गहराई पर बोया जाता है। बीज ड्रिल से बुवाई के बाद एक हल्की जुताई करके बीज को ढक दिया जाता है। इसके अलावा, ट्रैक्टर द्वारा खींचे जाने वाले चार नोक वाले बीज ड्रिल से भी बुवाई की जाती है, जिसमें बीज ड्रिल के साथ लगे ब्लेड से बीज को तुरंत ढक दिया जाता है।
बुवाई का समय
खरीफ ज्वार के लिए सबसे उपयुक्त बुवाई का समय मई के अंतिम सप्ताह से जुलाई के दूसरे पखवाड़े तक है।
बीज दर, अंतराल और पौधों की संख्या
- बीज दर: 8-10 किग्रा/हेक्टेयर
- अंतराल: पंक्ति से पंक्ति 45 सेमी और पौधे से पौधा 15 सेमी
- पौधों की संख्या: 2.1 से 2.2 लाख/हेक्टेयर
उर्वरक प्रबंधन
बुवाई के समय 50% नाइट्रोजन और पूरी फॉस्फोरस मात्रा दी जाए, शेष 50% नाइट्रोजन बुवाई के 30 दिन बाद दी जाए।
80 किग्रा नाइट्रोजन (N), 40 किग्रा फॉस्फोरस (P2O5)/हेक्टेयर
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम, व्हाट्सएप्प)
(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)
कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:
www.krishakjagat.org/kj_epaper/
कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: