पपीता की खेती
पिन्टू लाल मीना, सहायक कृषि अधिकारी, सरमथुरा, धौलपुर (राज) पपीता वैज्ञानिक नाम — केरिका पपायाकुल — केरिकेसी जलवायु :- यह उष्ण जलवायु का पौधा है इसके लिए 10 – 40 डिग्री सेल्शियस तापमान उपयुक्त रहता है।
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंनवीनतम उद्यानिकी (Horticulture) सम्बंधित जानकारी और कृषि पद्धतियों में नवाचार, बुआई का समय, बीज उपचार, खरपतवार नियन्तारन, रोग नियन्तारन, कीटो और संक्रमण से सुरक्षा, बीमरियो का नियन्तारन। उद्यानिकी (Horticulture) फसल सम्बंधित समस्या और उनका समाधान। टमाटर, प्याज़, आम, केला, पपीता, तरबूज़, मटर, गोभी, ककड़ी, फूल गोभी, करेला, स्टीविया, जुकिनी (तुरई), कद्दू, करेला, मिर्च, शिमला मिर्च, अरबी, रतालू, कटहल की फसल की खेती की जानकारी और नई किस्मे। ग्लेडियोलस, गुलाब, गेंदे की खेती। उद्यानिकी फसल में कीट नियंतरण एवं रोग नियंतरण। उद्यानिकी फसलों मैं बीज उपचार कैसे करे, बीज उपचार का सही तरीका। मशरुम की खेती, जिमीकंद की खेती, प्याज़ की उपज कैसे बढ़ाए, औषदि फसलों की खेती, जुकिनी की खेती, ड्रैगन फ्रूट की खेती, बैंगन की खेती, भिंडी की खेती, टमाटर की खेती, गर्मी में मूंग की खेती, आम की खेती, नीबू की खेती, अमरुद की खेती, स्ट्रॉबेरी की खेती, पपीते की खेती, मटर की खेती, शक्ति वर्धक हाइब्रिड सीड्स, लहसुन की खेती। शीत लहर में फसलों एवं सब्जियों को कीट-रोगों, पाले से बचाएँ
पिन्टू लाल मीना, सहायक कृषि अधिकारी, सरमथुरा, धौलपुर (राज) पपीता वैज्ञानिक नाम — केरिका पपायाकुल — केरिकेसी जलवायु :- यह उष्ण जलवायु का पौधा है इसके लिए 10 – 40 डिग्री सेल्शियस तापमान उपयुक्त रहता है।
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंवर्ष 2020-21 के लिए बागवानी फसलों का दूसरा अग्रिम अनुमान जारी 17 जुलाई 2021, नई दिल्ली। देश में 329 मिलियन टन बागवानी उत्पादन की संभावना – कृषि मंत्रालय ने विभिन्न बागवानी फसलों के क्षेत्र व उत्पादन का वर्ष 2020-21 का दूसरा अग्रिम अनुमान जारी कर दिया हैं। केंद्रीय कृषि मंत्री श्री
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंडॉ. एस.के. सिंह, (वैज्ञानिक उद्यनिकी), डॉ बी.एस.किरार,(वरिष्ठ वैज्ञानिक व प्रमुख) 12 जुलाई 2021, भोपाल । खरीफ की प्रमुख सब्जियों की किस्में, उर्वरक की मात्रा – टमाटर की उन्नत किस्में :– काशी अमन, काशी विशेष, काशी अमृत एवं संकर किस्में –
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें10 जुलाई 2021, जयपुर । उद्यानिकी विभाग ने ग्रामीणों को दी योजनाओं की जानकारी – जयपुर जिले में उद्यान विभाग की प्रमुख गतिविधियां जैसे खेतों पर सौर ऊर्जा पम्प संयंत्र की स्थापना, बूंद-बूंद सिंचाई, मिनि स्पि्रंकलर व फव्वारा सिंचाई संयंत्रों
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंडॉ. राकेश कुमार मीणाअसिस्टेंट प्रोफेसर, स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर साइंस, करियर पॉइंट यूनिवर्सिटी, अलनिया, कोटा (राज.) डॉ. सुशील कुमार त्रिवेदीअधिष्ठाता (कृषि) ,स्कूल ऑफ एग्रीकल्चर साइंस, करियर पॉइंट यूनिवर्सिटी, अलनिया, कोटा (राज.) 5 जुलाई 2021, जिमीकंद की खेती कर अधिक मुनाफा
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंनीरज पाली, असिस्टेंट प्रोफेसर, इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चर साइंस, सेज यूनिवर्सिटी, इंदौर दीपा तोमर, असिस्टेंट प्रोफेसर, इंस्टीट्यूट ऑफ एग्रीकल्चर साइंस, सेज यूनिवर्सिटी, इंदौर 28 जून 2021, भोपाल । काली हल्दी : प्रकृति का एक दुर्लभ खजाना – हल्दी (टर्मरिक) भारतीय वनस्पति है.
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंअरबी की उन्नतशील किस्में इंदिरा अरबी – इसे सिंचित और असिंचित दोनो क्षेत्रो में सफलतापूर्वक की जा सकती है। यह किस्म 200-210 दिन में तैयार हो जाती है, इसकी औसत उपज 250-275 क्विंटल प्रति हेक्टयर है। नरेन्द्र अरबी 1 – यह
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें17 जून 2021, भोपाल । बरसात में मचान विधि से कद्दूवर्गीय सब्जियों की खेती कर मुनाफा कमायें – खरीफ मौसम में कद्दूवर्गीय सब्जियों (लताओं वाली) की अगेती किस्मों को मचान विधि से खेती कर किसान अच्छी उपज प्राप्त कर सकते हैैं
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंडॉ. एस. के. सिंह, वैज्ञानिक, डॉ. बी. एस. किरार वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख जयपाल छिगारहाकृषि विज्ञान केन्द्र, टीकमगढ़ 17 जून 2021, टीकमगढ़ । फलदार पौधों के रोपण की तैयारी करें – आम, अमरूद, पपीता, नीबू, संतरा, लेमन, बेर, कटहल, लीची
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें8 जून 2021, रायपुर । कृषि विश्वविद्यालय विकसित सब्जियों की छह नई किस्मों को मिली मंजूरी – भारत सरकार द्वारा इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर द्वारा विकसित सब्जी फसलों की छह नवीन किस्मों को व्यावसायिक खेती एवं बीज उत्पादन हेतु
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