संपादकीय (Editorial)

संपादकीय (Editorial) में भारत में कृषि, कृषि नीतियों, किसानों की प्रतिक्रिया और भारतीय परिदृश्य में इसकी प्रासंगिकता से संबंधित नवीनतम समाचार और लेख शामिल हैं। संपादकीय (Editorial) में अतिथि पोस्ट और आजीविका या ग्रामीण जीवन से संबंधित लेख भी शामिल हैं।

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गोठान समिति व स्व-सहायता समूह आत्मनिर्भर बनेंगे

मंत्रिपरिषद की बैठक 15 फरवरी, 2021, रायपुर । गोठान समिति व स्व-सहायता समूह आत्मनिर्भर बनेंगे – मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में उनके निवास कार्यालय में मंत्रिपरिषद की बैठक आयोजित की गई। बैठक में निम्नानुसार महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए

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कृषि का भविष्य : स्मार्ट खेती

15 फरवरी 2021, भोपाल। कृषि का भविष्य : स्मार्ट खेती- कृषि विश्व की अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करती है; संपूर्ण विश्व जीवित रहने के लिए कृषि पर निर्भर करता है। यह इस तथ्य के लिए जिम्मेदार है कि कृषि

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किसानों को क्यों नहीं समझा पा रही सरकार ?

प्रेरणा 8 फरवरी 2021,भोपाल।किसानों को क्यों नहीं समझा पा रही सरकार ?… आखिर हमारे प्रधानमंत्री और उनकी सरकार कोई 40 दिनों से लगातार समझाते हुए भी हमारे किसानों को क्यों नहीं समझा पा रही है कि उनकी सरकार के बनाए

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जायद में फसलों की देखरेख जरूरी

8 फरवरी 2021, भोपाल। जायद में फसलों की देखरेख जरूरी- कृषि में रखरखाव, देखभाल का अपना अलग महत्व है या यूं कहें कि कृषि और इन शब्दों का गहरा संबंध है। जायद की फसलों की बुआई का समय वैसे तो

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नदी कटान की चपेट में जीवन

1फ़रवरी 2021 भोपाल, नदी कटान की चपेट में जीवन – हमारे देश में लाखों परिवार ऐसे हैं जिनके आवास या कृषि-भूमि या दोनों नदियों द्वारा भूमि-कटान की प्रक्रिया में छिन चुके हैं। चाहे पश्चिम-बंगाल का मालदा व मुर्शिदाबाद का क्षेत्र

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जायद में हरे चारे का विस्तार

सदियों से भारतीय कृषि में पशुपालन के महत्व को कोई नहीं नकार सकता है, कृषि और पशुपालन एक-दूसरे के पूरक ही तो हैं। आमतौर पर देखा गया है कि ग्रीष्मकाल में दुधारू मवेशियों से दुग्धोत्पादन में कमी आ जाती है।

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खम्बे पे चढ़ा अलोकतंत्र

किसान आंदोलन की विद्रूपता पर तीखा व्यंग्य – विजी श्रीवास्तव, मो. : 9425028979 1 फरवरी 2021, भोपाल, खम्बे पे चढ़ा अलोकतंत्र – उसने खंबे पे चढ़के बता दिया कि थोड़ी सी छूट मिल जाए तो हम कितना चढ़ सकते हैं। बद्दिमागी

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अब बारी है चौकसी की

18 जनवरी 2021, भोपाल। अब बारी है चौकसी की- रबी फसलों की बुआई का कार्यक्रम लगभग प्राय: पूरा हो चला है। हाल ही में हुई वर्षा के कारण भूमि में नमी की उपलब्धता का लाभ उठाकर विलम्ब से बोये जाने

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टिकाऊ कृषि में ग्रीन कैमिस्ट्री का विकास

टिकाऊ कृषि में ग्रीन कैमिस्ट्री का विकास – रसायन विज्ञान हमारे लिए बहुत उपयोगी है, क्योंकि इसके अनुप्रयोगों का दुनियाभर में कई उद्देश्यों की पूर्ति करने के लिए किया जाता है, जैसे कि दवाओं, पॉलिमर और कृषि रासायनिकों आदि के

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आशाओं, उम्मीदों की दीपावली

आशाओं, उम्मीदों की दीपावली – कोरोना काल के बावजूद दीपावली त्यौहार के चलते इन दिनों बाजार में रौनक बढ़ गई है। किसान अपनी खरीफ उपज मंडियों में ला रहे हैं जिससे अच्छे कारोबार की उम्मीद बढ़ गई है। क्योंकि 70

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