कब और कैसे करे नैनो यूरिया का उपयोग
4 जुलाई 2022, नई दिल्ली । कब और कैसे करे नैनो यूरिया का उपयोग – नैनो यूरिया के प्रभावी उपयोग के लिए यह जानना आवश्यक है कि इसका उपयोग कब और कैसे करना है। एक लीटर पानी में 2-4 मिली
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंनवीनतम फसल की खेती (Crop Cultivation) की जानकारी और कृषि पद्धतियों में नवाचार, बुआई का समय, बीज उपचार, खरपतवार नियन्तारन, रोग नियन्तारन, कीटो और संक्रमण से सुरक्षा, बीमरियो का नियन्तारन। गेहू, चना, मूंग, सोयाबीन, धान, मक्का, आलू, कपास, जीरा, अनार, केला, प्याज़, टमाटर की फसल की खेती (Crop Cultivation) की जानकारी और नई किस्मे। गेहू, चना, मूंग, सोयाबीन, धान, मक्का, आलू, कपास, जीरा, अनार, केला, प्याज़, टमाटर की फसल में कीट नियंतरण एवं रोग नियंतरण। सोयाबीन में बीज उपचार कैसे करे, गेहूँ मैं बीज उपचार कैसे करे, धान मैं बीज उपचार कैसे करे, प्याज मैं बीज उपचार कैसे करे, बीज उपचार का सही तरीका। मशरुम की खेती, जिमीकंद की खेती, प्याज़ की उपज कैसे बढ़ाए, औषदि फसलों की खेती, जुकिनी की खेती, ड्रैगन फ्रूट की खेती, बैंगन की खेती, भिंडी की खेती, टमाटर की खेती, गर्मी में मूंग की खेती, आम की खेती, नीबू की खेती, अमरुद की खेती, पूसा अरहर 16 अरहर क़िस्म, स्ट्रॉबेरी की खेती, पपीते की खेती, मटर की खेती, शक्ति वर्धक हाइब्रिड सीड्स, लहसुन की खेती। मूंग के प्रमुख कीट एवं रोकथाम, सरसों की स्टार 10-15 किस्म स्टार एग्रीसीड्स, अफीम की खेती, अफीम का पत्ता कैसे मिलता है?
4 जुलाई 2022, नई दिल्ली । कब और कैसे करे नैनो यूरिया का उपयोग – नैनो यूरिया के प्रभावी उपयोग के लिए यह जानना आवश्यक है कि इसका उपयोग कब और कैसे करना है। एक लीटर पानी में 2-4 मिली
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंडॉ. शिखा शर्मा, मो. : 7566880568 डॉ. गौरव महाजन , डॉ. वी.के. पराडक़र , डॉ. अशोक रायआंच. कृषि अनु. केन्द्र, चंदनगांव छिंदवाड़ाजवाहरलाल नेहरू कृषि महाविद्यालय, जबलपुर (म.प्र.) 1 जुलाई 2022, बीज की गुणवत्ता बनाये रखने बीजोपचार का महत्व – किसी
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें01 जुलाई 2022, इंदौर: खरीफ की मुख्य फसल सोयाबीन की लागत खर्च और उत्पादन को लेकर ‘कृषक जगत – राष्ट्रीय कृषि अखबार’ ने चुनिंदा प्रगतिशील किसानों से चर्चा की, जिसमें उन्होंने सोयाबीन के लागत खर्च और उत्पादन का हिसाब साझा किया। तीनों सोयाबीन उत्पादकों
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें30 जून 2022, भोपाल: भारतीय किसानों के लिए बागवानी फसलें महत्वपूर्ण हैं क्योंकि वे उन्हें उच्च आय प्राप्त करने में मदद करती हैं। 2021-22 में भारत में बागवानी फसल उत्पादन के तहत लगा हुआ कुल क्षेत्रफल 270.56 लाख हेक्टेयर था और
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें29 जून 2022, भोपाल । मध्य प्रदेश सरकार किसानों से मूंग की खरीदी तत्काल शुरू करे – मप्र कांग्रेस कमेटी मुख्यालय में विधायक कुणाल चौधरी एवं मीडिया विभाग के उपाध्यक्ष अजय सिंह यादव ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें29 जून 2022, भोपाल । इस साल सोयाबीन की बुवाई से पहले जान लें ये 5 जरूरी बातें –सोयाबीन ख़रीफ़ की एक प्रमुख फसल है जिसे किसान पिछले 5 दशकों से उगा रहे हैं। फसल के प्रत्येक चरण का तकनीकी
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करेंबुवाई के लिए 15-20 किलोग्राम बीज प्रति हेक्टेयर का प्रयोग करें 28 जून 2022, राजस्थान के कृषकों के लिए कृषि वैज्ञानिकों की विशेष सलाह – मुख्य फसल स्थिति अवस्था/ सलाह मूंग बुवाई के लिए उपयुक्त किस्में एस एम एल-668, आर
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें27 जून 2022, भोपाल । उड़द, मूँगफली की उन्नत किस्में लगाएं – खरीफ मौसम में मुख्यत: उड़द, मूँगफली, तिल, सोयाबीन, ज्वार की खेती की जाती है। विगत 2-3 वर्षों से मूँगफली का क्षेत्रफल बढ़ रहा है और तिल, सोयाबीन एवं
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें25 जून 2022, नईदिल्ली । JS 20-116 सोयाबीन की अधिसूचित किस्म – किस्म का नाम: जेएस 20-116 रिलीज का साल: 2019 उपज क्षमता: 16.32 किग्रा/हेक्टेयर अनुशंसित राज्य / क्षेत्र: असम और उत्तर पूर्व राज्य, मध्य प्रदेश, पीला मोज़ेक वायरस के बुंदेलखंड क्षेत्र राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें25 जून 2022, नईदिल्ली । JS 20-94 सोयाबीन की अधिसूचित किस्म – किस्म का नाम: जेएस 20-94 रिलीज का साल: 2019 उपज क्षमता: 20.35 किग्रा/हेक्टेयर अनुशंसित राज्य / क्षेत्र: मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश के बुंदेलखंड क्षेत्र राजस्थान, गुजरात और महाराष्ट्र के मराठवाड़ और विदर्भ क्षेत्र किस्म
आगे पढ़ने के लिए क्लिक करें