कैसे बनाए फलदार वृक्षों के लिए जैविक कीटनाशक दवाइयाँ
11 जुलाई 2022, भोपाल: कैसे बनाए फलदार वृक्षों के लिए जैविक कीटनाशक दवाइयाँ – दशपर्णी अर्क दवा: सभी प्रकार के रसचूसक कीट और सभी इल्लियों के नियंत्रण के लिए।
क्र. जरूरी वस्तुएं मात्रा
1. पानी 200 लीटर
2. देशी गाय का गोमूत्र 10 लीटर
3. देशी गाय का गोबर 2 कि.ग्रा.
4. हल्दी पाउडर 500 ग्राम
5. अदरक की चटनी 500 ग्राम
6. हींग पाउडर 10 ग्राम
7. खाने का तम्बाकू पाउडर 1 कि.ग्रा.
8. तीखी हरी मिर्च की चटनी 1 कि.ग्रा.
9. लहसुन की चटनी 1/2 कि.ग्रा.
10. नीम के पेड़ की छोटी-छोटी टहनियां 2 कि.ग्रा.
11. करंज के पत्ते 2 कि.ग्रा.
12. अरण्डी के पत्ते 2 कि.ग्रा.
13. बेल (बिल्व) के पत्ते 2 कि.ग्रा.
14. आम के पत्ते 2 कि.ग्रा.
15. धतूरे के पत्ते 2 कि.ग्रा.
16. तुलसी की टहनियां फूल-पत्तों सहित 2 कि.ग्रा.
17. अमरूद के पत्ते 2 कि.ग्रा.
18. देशी करेले के पत्ते 2 कि.ग्रा.
19. पतीते के पत्ते 2 कि.ग्रा.
20. हल्दी के पत्ते 2 कि.ग्रा.
21. अदरक के पत्ते 2 कि.ग्रा.
22. बबूल के पत्ते 2 कि.ग्रा.
23. सीताफल के पत्ते 2 कि.ग्रा.
24. सोंठ का पाउडर 200 ग्राम
उपरोक्त सभी वनस्पतियों में से कोई 10 वनस्पतियां डालें, पहली पांच महत्वपूर्ण हैं।
विधि: उपरोक्त सभी वनस्पतियों को एक ड्रम में घोलें, लकड़ी के डंडे से घड़ी की सुई की दिशा में दिन में दो बार अर्थात् सुबह-शाम घोलें, छाया में रखें एवं पानी एवं धूप से बचाएं। इस औषधि को 40 दिन तैयार होने के लिए रखें। 40 दिन बाद उसे कपड़े से छानें और भण्डारण करें।
अवधि उपयोग – 6 महीने छिड़काव पानी – 200 लीटर
दशपर्णी दवा – 5/6 लीटर
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