भारतीय किसानों के लिए आवश्यक मार्गदर्शिका: सही ट्रैक्टर ऑयल कैसे चुनें और प्रदर्शन बढ़ाएं
04 अक्टूबर 2024, भोपाल: भारतीय किसानों के लिए आवश्यक मार्गदर्शिका: सही ट्रैक्टर ऑयल कैसे चुनें और प्रदर्शन बढ़ाएं – ट्रैक्टर का सही ऑयल चुनना और उसे नियमित रूप से बदलना भारतीय किसानों के लिए न केवल ट्रैक्टर के प्रदर्शन को बढ़ाने का जरिया है, बल्कि इसकी उम्र बढ़ाने का भी एक महत्वपूर्ण पहलू है। ट्रैक्टर ऑयल न केवल इंजन की सेहत के लिए जरूरी होता है, बल्कि इसे सही समय पर बदलना ट्रैक्टर की कार्यक्षमता को लंबे समय तक बनाए रखने में भी मदद करता है। इस लेख में, हम जानेंगे कि कौन सा ट्रैक्टर ऑयल किसानों को चुनना चाहिए, इसे कब बदलना चाहिए, और उच्च HP और निम्न HP ट्रैक्टर्स के लिए क्या अंतर है।
ट्रैक्टर ऑयल का महत्व:
ट्रैक्टर ऑयल का मुख्य कार्य इंजन के घर्षण और गर्मी को कम करना होता है, जिससे इंजन की कार्यक्षमता और जीवन बढ़ती है। जब सही प्रकार का ऑयल इस्तेमाल किया जाता है, तो ट्रैक्टर का इंजन ठंडा रहता है और उसके भाग जल्दी घिसते नहीं हैं। ट्रैक्टर के सही ऑयल का चुनाव करना और समय-समय पर ऑयल को बदलना इंजन के दीर्घकालिक स्वास्थ्य के लिए बेहद जरूरी है।
ट्रैक्टर ऑयल का प्रकार:
ट्रैक्टर ऑयल कई प्रकार के होते हैं, लेकिन उनमें से कुछ सबसे आम और प्रभावी प्रकार हैं:
- मिनरल ऑयल: यह सबसे सरल प्रकार का ऑयल है और आमतौर पर कम HP वाले ट्रैक्टरों के लिए उपयुक्त होता है। इसकी कीमत अपेक्षाकृत कम होती है, लेकिन इसे अधिक बार बदलने की जरूरत होती है।
- सिंथेटिक ऑयल: यह उच्च प्रदर्शन और कम घर्षण प्रदान करता है, खासकर उच्च HP ट्रैक्टरों के लिए। यह लंबे समय तक इंजन की सुरक्षा करता है और इसमें उच्च तापमान पर भी प्रभावशाली कार्यक्षमता होती है। इसे कम बार बदलने की आवश्यकता होती है।
- अर्ध-सिंथेटिक ऑयल: यह मिनरल और सिंथेटिक ऑयल का मिश्रण होता है। यह मध्यम HP वाले ट्रैक्टरों के लिए उपयुक्त होता है, जहां सिंथेटिक ऑयल का उच्च प्रदर्शन जरूरी होता है, लेकिन लागत भी एक महत्वपूर्ण कारक होता है।
ऑयल बदलने की अवधि:
ट्रैक्टर के ऑयल बदलने की अवधि कई कारकों पर निर्भर करती है, जैसे कि ट्रैक्टर का इस्तेमाल, मिट्टी की स्थिति, और HP रेंज। सामान्यत: हर 250 से 500 घंटे के बीच में ऑयल को बदलना चाहिए। हालांकि, निम्न HP वाले ट्रैक्टरों के लिए यह अंतराल छोटा हो सकता है, जबकि उच्च HP वाले ट्रैक्टरों के लिए यह बड़ा हो सकता है।
- निम्न HP ट्रैक्टर (20-40 HP): इन ट्रैक्टरों का इंजन छोटा होता है और इसलिए ऑयल बदलने का अंतराल 250-300 घंटे का हो सकता है।
- मध्यम HP ट्रैक्टर (40-70 HP): इस रेंज के ट्रैक्टरों में अर्ध-सिंथेटिक ऑयल का उपयोग किया जा सकता है, और यह 300-400 घंटे तक चलता है।
- उच्च HP ट्रैक्टर (70+ HP): इन ट्रैक्टरों में सिंथेटिक ऑयल का उपयोग सबसे अच्छा होता है, और इसे 400-500 घंटे के बाद बदला जा सकता है।
उच्च HP और निम्न HP ट्रैक्टरों के लिए क्या अंतर है?
उच्च HP ट्रैक्टरों के लिए सिंथेटिक ऑयल ज्यादा उपयुक्त होता है क्योंकि यह भारी कामकाज और उच्च तापमान में भी इंजन को सुचारू रूप से चलाने में मदद करता है। निम्न HP ट्रैक्टरों के लिए मिनरल ऑयल काम आता है, लेकिन इसे बार-बार बदलने की जरूरत होती है क्योंकि यह घर्षण और तापमान में जल्दी अस्थिर हो जाता है।
प्रमुख ऑयल कंपनियाँ:
भारत में कई बड़ी कंपनियां हैं जो ट्रैक्टर ऑयल की आपूर्ति करती हैं, और इन कंपनियों के ऑयल विभिन्न HP रेंज के ट्रैक्टरों के लिए उपलब्ध होते हैं। कुछ प्रमुख कंपनियाँ हैं:
- इंडियन ऑयल: यह कंपनी ट्रैक्टरों के लिए विशेष तौर पर डिज़ाइन किए गए ऑयल प्रदान करती है, जैसे कि Servo Agri Oils, जो विभिन्न HP रेंज के लिए उपयुक्त होते हैं।
- भारत पेट्रोलियम (BPCL): कंपनी का MAK lubricants किसानों के बीच खासा लोकप्रिय है, जो कि विशेष रूप से भारतीय जलवायु और मिट्टी की स्थिति के लिए डिज़ाइन किया गया है।
- कैस्ट्रोल: यह एक अंतर्राष्ट्रीय कंपनी है, लेकिन इसके ट्रैक्टर ऑयल भारतीय बाजार में भी लोकप्रिय हैं। Castrol CRB टर्बो सिंथेटिक ऑयल का इस्तेमाल उच्च HP ट्रैक्टरों के लिए किया जाता है।
- शेल: शेल का Rimula R4 ऑयल भी भारतीय किसानों के बीच अच्छा माना जाता है, खासकर उच्च HP ट्रैक्टरों के लिए।
मिट्टी की स्थिति और ट्रैक्टर ऑयल का चुनाव:
भारत में अलग-अलग मिट्टी की स्थिति के अनुसार ट्रैक्टर ऑयल का चुनाव भी अलग हो सकता है। जैसे कि रेतीली मिट्टी वाले क्षेत्रों में, इंजन को ज्यादा धूल और कणों से बचाने के लिए अधिक घनत्व वाला ऑयल बेहतर होता है। इसके विपरीत, नमी वाली मिट्टी में काम करने वाले ट्रैक्टरों के लिए हल्का ऑयल उपयुक्त होता है, ताकि इंजन पर ज्यादा बोझ न पड़े।
ट्रैक्टर ऑयल और किसान की बचत:
सही समय पर ऑयल बदलने से न केवल इंजन की सुरक्षा होती है, बल्कि यह ट्रैक्टर की ईंधन क्षमता में भी सुधार करता है। इससे किसानों को ईंधन में बचत होती है और ट्रैक्टर की मरम्मत में भी कम खर्च आता है।
किसानों के लिए ट्रैक्टर ऑयल का सही चुनाव और उसकी नियमित देखभाल बेहद जरूरी है। यह न केवल ट्रैक्टर की दीर्घायु को बढ़ाता है, बल्कि खेतों में उसकी कार्यक्षमता को भी बेहतर करता है। सही ऑयल का चुनाव आपके ट्रैक्टर की लाइफ और प्रदर्शन को सालों तक बेहतर बनाए रखेगा।
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