Uncategorized

समस्या- गेहूं में पीला गेरूआ का आक्रमण हमारे प्रदेश में कभी-कभी सीमित क्षेत्रों में होता है। इसकी क्या पहचान है। रोग-रोधी पत्तियां हो तो बतायें।

– सुरेन्द्र सिंह ठाकुर, मुरैना
समाधान – गेहूं में पीला गेरूआ आमतौर पर पंजाब, हरियाणा, दिल्ली, बिहार, राजस्थान में आता है। हमारे प्रदेश में दशकों पहले उज्जैन एवं जबलपुर में सर्वे के दौरान इसका आक्रमण पाया गया था। जो कि विशेष परिस्थितियों में जैसे तापमान 3-4 डिग्री और 90 प्रतिशत आद्र्रता यही वातावरण में है तो इसके लक्षण दिख सकते है। उल्लेखनीय है कि तीनों प्रकार के गेरूए की कवक शीतकालीन मावठे के साथ मैदानी क्षेत्र में अपना अस्तित्व बनाती है। परंतु तापमान के अभाव में पीला गेरूआ नहीं आता है। इसकी पहचान निम्नानुसार है।

  • पत्तियों में हल्दी या नींबू के छिलके के रंग के धब्बे पत्तियों की नसों के समानान्तर बनते हैं। छूने पर पीली रोरी हाथों में आती है।
  • रोग प्रतिरोधक किस्मों में पी.बी. डब्ल्यू 550, पी.बी. डब्ल्यूू 17, पी.बी. डब्ल्यू. 502, एच.डी. 2687।
Advertisements
Advertisement5
Advertisement