ट्रैक्टर बाजार ने पकड़ी रफ्तार
(राजेश दुबे) भोपाल। खरीफ 2017 में मौसम की बदलती करवटों से ठिठके हुए ट्रैक्टर बाजार ने अंतत: अपनी रफ्तार पकड़ ली। विशेष रूप से तीन माह के वर्षा के मौसम के बाद सितम्बर माह में भारतीय ट्रैक्टर बाजार में 1 लाख से अधिक ट्रैक्टरों की बिक्री से बाजार में उत्साह की लहर दौड़ गई। इस बिक्री से ट्रैक्टर उद्योग के वित्तीय वर्ष 2017-18 की पहली छ: माही में मजबूत बढ़त दर्ज की गई। |
म.प्र. में भावांतर योजना दिलायेगी ट्रैक्टर बाजार को भाव म.प्र. सरकार की किसानों के लिए महत्वाकांक्षी योजना भावांतर भुगतान योजना का प्रभाव ट्रैक्टर बाजार पर भी परिलक्षित होगा। ट्रैक्टर बाजार से जुड़े सूत्रों का मानना है कि प्रदेश सरकार की यह योजना 16 अक्टूबर से लागू होगी। इस कारण किसान अभी अपने सम्पूर्ण उत्पादन को मंडियों में नहीं ला रहा है। योजना लागू होने के बाद मंडियों में आवक बढऩे की संभावना है। साथ ही नवरात्र के बाद कई क्षेत्रों में सोयाबीन की कटाई प्रारंभ हुई है। साथ ही धान की फसल आना भी अभी शेष है। यहां उल्लेखनीय होगा कि म.प्र. सरकार की भावान्तर योजना का उद्देश्य किसानों को कृषि उपज का न्यूनतम समर्थन मूल्य मिलना सुनिश्चित करना तथा मंडी दरों में गिरावट से किसानों को सुरक्षा कवच प्रदान करना है। इस योजना में किसान द्वारा चिन्हित फसल बेचने पर घोषित मॉडल विक्रय दर और न्यूनतम समर्थन मूल्य के अंतर की राशि किसानों को भुगतान की जायेगी। |
अप्रैल से सितम्बर 2017 की अवधि में ट्रैक्टर उद्योग की कुछ अग्रणी कम्पनियों जैसे महिन्द्रा एण्ड महिन्द्रा, इन्टरनेशनल ट्रैक्टर्स लि., एस्कार्ट्स लि. ने अपनी पुरजोर उपस्थिति दर्ज करवाई। महिन्द्रा एण्ड महिन्द्रा ने सितम्बर माह में 52 प्रतिशत विक्रय वृद्धि के साथ पहली छ:माही में 1.58 लाख ट्रैक्टरों की बिक्री की। इसी तरह सोनालीका इन्टरनेशनल ट्रैक्टर्स लि. ने पहली छ:माही में 50,000 ट्रैक्टरों की बिक्री कर अपनी विकास यात्रा में मील का पत्थर स्थापित किया। सोनालीका ने सितम्बर माह में अपनी बिक्री में 58 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की है। एस्कार्ट्स ने भी सितम्बर 2017 में 32 प्रतिशत की वृद्धि के साथ अप्रैल-सितम्बर 2017 की अवधि में 31 हजार से अधिक ट्रैक्टरों की बिक्री के साथ 18 प्रतिशत की विक्रय वृद्धि हासिल की है। महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, पंजाब राज्यों ने ट्रैक्टर बिक्री में उल्लेखनीय भूमिका निभाई है।
भारतीय ट्रैक्टर बाजार में लगभग 10-11 प्रतिशत हिस्सेदारी वाले म.प्र. के ट्रैक्टर बाजार ने भी कृषि क्षेत्र में विषम परिस्थितियों के बाद भी सितम्बर माह में 13000 से अधिक ट्रैक्टरों की बिक्री दर्ज कराई है।
म.प्र. में कमजोर तथा अनिश्चित मानसूनी वर्षा से खरीफ उत्पादन पर प्रभाव पड़ा है, जिसके कारण सितम्बर माह में अपेक्षानुरूप ग्राहकी नहीं देखी गई। बावजूद इसके नवरात्र त्यौहार तथा ट्रैक्टर कम्पनियों के आकर्षक उपहार योजनाओं से माह के अंतिम पखवाड़े में ट्रैक्टर ग्राहकों का रुझान बढ़ा हुआ देखा गया, जिससे उत्साहित बाजार नई आकर्षक इनामी योजनाओं के साथ दीपावली की त्यौहारी ग्राहकी के लिए तैयार है।
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम )