रिलायंस फाउण्डेशन की किसानों को सलाह
स्वच्छ भारत मिशन
- स्वच्छ भारत मिशन- गंदगी के कारण मच्छरों से होने वाली बीमारी डेंगू व मलेरिया ज्यादा घातक साबित हो रहे हैं। डेंगू से हर साल सैकड़ों लोग प्रभावित होते हैं। इसका कारण भी साफ-सफाई की कमी है। डेंगू व मेलरिया फैलाने वाले मच्छर छत पर रखी पानी की टंकियों में, बेकार फेंके टायरों, कूलर, गमले, फूलदान, सजावट के लिए बने फव्वारे, टूटे बर्तन, मटके, कुल्हड़, बिना ढके बर्तन, नारियल की खोल व किचन गार्डन आदि के रूके हुए पानी में ही पनपते हैं इसलिए एक जगह पानी न ठहरने दें।
कृषि
- जहां सोयाबीन की शीघ्र पकने वाली किस्में कटाई करने योग्य अवस्था में है वहाँ शीघ्रातिशीघ्र फसल को कटाई कर सुरक्षित स्थान पर इकट्ठा कर तारपोलिन से ढंक कर रखें।
- लगातार वर्षा के कारण प्रभावित कटी हुई सोयाबीन को शीघ्रातिशीघ्र सूखे स्थान पर स्थानांतरित करें एवं दिन में 2-3 बार उलट-पुलट कर के सुखाएं एवं अच्छी तरह सूखने पर गहाई करें।
- गेहूँ की बुआई: असिंचित क्षेत्र में 15 अक्टूबर से 31 तक करें। अर्धसिंचित क्षेत्र में 15 अक्टूबर से 10 नवम्बर तक बुआई कर सकते हैं, तथा सिंचित क्षेत्र में 15 अक्टूबर से नवम्बर माह तक बुआई कर सकते हैं। गेहूँ का बीज की दर: 100 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से बुआई करें।
उद्यानिकी
- भिंडी, बेंगन की फसलों में रसचूसक कीट व इल्लियों का प्रकोप होने पर नियंत्रण के लिए नीम का तेल 3 मिली/ लीटर पानी में मिलाकर छिड़काव करें।
पशुपालन
- रबी के मौसम में पशुओं के आहार हेतु हरे चारे की उपलब्धता के लिए बरसीम की बुवाई कीतैयारी करें।
रिलायंस फ़ाउंडेशन के यूट्यूब चैनल पर कृषि एवं अन्य संबन्धित वीडियो को देखने के लिए नीचे दिये गए लिंक को यूट्यूब में टाइपकर,चेनल को subscribe करें, वीडियो को लाईक करें और शेयर करें। उन्नत खरपतवार प्रबंधन। Integrated weed Management http://bit.ly/wm®BMKK
कृषि, पशुपालन, मौसम, स्वास्थ, शिक्षा आदि की जानकारी के लिए जियो चैट डाउनलोड करें-डाउनलोड करने की प्रक्रिया:-
- गूगल प्ले स्टोर से जियो चैट एप का चयन करें और इंस्टॉल बटन दबाएं।
- जियो चैट को इंस्टॉल करने के बाद, ओपन बटन दबाएं।
- उसके बाद चैनल बटन पर क्लिक करें और चैनल Information Services MP का चयन करें।
- या आप नीचे के क्तक्र ष्टशस्रद्ग को स्कैन कर, सीधे Information Services MP चैनल का चयन कर सकते हैं।
टोल फ्री नं.18004198800 पर संपर्क करें सुबह 9.30 से शाम 7.30 बजे तक |