घर में ही उगा सकते है ऑर्गेनिक तरीके से लौकी, सेहत के लिए फायदेमंद
16 सितम्बर 2025, भोपाल: घर में ही उगा सकते है ऑर्गेनिक तरीके से लौकी, सेहत के लिए फायदेमंद – जिस तरह से बाजारों में मिलावटी खाद्य पदार्थ मिलते है ठीक उसी तरह से सेहत के लिए हानिकारक दवाईयों से सब्जियों को भी पकाकर बेचने का सिलसिला जारी है लेकिन अब लोग सावधानी बरतने लगे है और ऑर्गेनिक तरीके से उत्पादित सब्जियों को खरीदना पसंद करते है.
कृषि वैज्ञानिक यह भी बताते है कि यदि आप घर में ही लौकी और अन्य सब्जियां उगाना चाहते है तो कुछ आसान टिप्स को आजमाया जा सकता है. लौकी जैसी सब्जी की ही बात कर ली जाए तो इसे घर में किसी गमले में ही आसानी से उगाया जा सकता है. ऑर्गेनिक तरीके से उत्पादित लौकी सेहत के लिए भी फायदेमंद रहती है.
अगर आप अपने घर में लौकी उगाना चाहते हैं और उससे अच्छी क्वालिटी की उपज लेना चाहते हैं तो बेहद जरूरी है कि आप इसकी उन्नत किस्मों का चुनाव करें. अच्छी उपज के लिए आप अच्छी किस्म के जैविक बीजों को ले सकते हैं जैसे- पूसा समर प्रोलिफिक या फिर अर्का बहार. ध्यान देने वाली बात ये है कि रोगमुक्त पैदावार के लिए जरूरी है कि आप बुवाई से पहले लगभग 12 घंटे तक बीजों को पानी में भिगोकर रखें ताकि अंकुरण भी जल्दी हो.
लौकी एक बेल वाली सब्जी है इसलिए बढ़ने के साथ-साथ इसकी बेलें फैलती हैं जिसके लिए बड़े गमले की जरूरत पड़ती है. इसके लिए आपको 18 से 24 इंच का गहरा और चौड़ा गमला या फिर ग्रो बैग लेना होगा. इसके बाद गमले में 50 फीसदी सामान्य मिट्टी, 30 फीसदी गोबर की खाद और 20 फीसदी बालू या फिर कोकोपीट मिलाएं. आपको इस बात का खास खयाल रखना होगा कि गमले में नीचे छेद हो ताकि हवा का संचार न रुके.
गमले में मिट्टी की तैयारी करने के बाद उपचारित किए गए 2से 3 बीजों को गमले में करीब 1 इंच की गहराई में बोएं. बीज बुवाई के बाद शुरुआत के 2 दिनों में गमले को पानी दें, लेकिन ध्यान रहे कि जरूरत से ज्यादा पानी देने पर बीज सड़ सकते हैं और नुकसान हो सकता है. बता दें कि, बीजों बुवाई के लगभग 6 से 10 दिनों बाद बीज अंकुरित होते हैं.
गमले में लगाए गए लौकी के पौधे को भरपूर मात्रा में पोषण मिले और पौधा अच्छे से ग्रो करे इसके लिए जरूरी है कि पौधे को सही खाद दी जाए. लौकी के पौधे की ग्रोथ के लिए जरूरी है कि आप हर 15 से 20 दिन में गमले में गोबर की खाद या वर्मीकंपोस्ट जरूर डालें. साथ ही आप नीम के तेल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. इसके इस्तेमाल से कीटों को दूर रखने में मदद मिलती है. इसके अलावा जैसे-जैसे आपका पौधा बढ़े वैसे -वैसे उसे किसी जाली पर चढ़ाते जाएं ताकि बेलों को सहारा मिलता रहे.
लौकी के बीजों की बुवाई के करीब 50 से 60 दिनों में पौधे में फल और फूल आना शुरू हो जाते हैं. बाक करें लौकी की कटाई की तो जब लौकी नरम और हल्के हरे रंग की हो तब उसे कटाई करना सही होता है. जरूरत से ज्यादा पक जाने पर लौकी की स्वाद बिगड़ सकता है. बता दें कि, घर पर उगाई गई लौकी से आप करीब 10 से 15 लौकी प्राप्त कर सकते हैं.
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