मुरैना में पादप संरक्षण विशेषज्ञों की कार्यशाला आयोजित
17 अगस्त 2024, मुरैना: मुरैना में पादप संरक्षण विशेषज्ञों की कार्यशाला आयोजित – भाकृअप- अटारी जबलपुर एवं राविसिकृविवि और कृषि विज्ञान केंद्र मुरैना के संयुक्त तत्वावधान में गत दिनों मप्र के दोनों कृषि विवि तथा छत्तीसगढ़ राज्य के विभिन्न कृषि विज्ञान केंद्रों के पादप संरक्षण विशेषज्ञों के लिए प्रशिक्षण सह कार्यशाला का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम डॉ संजय वैशम्पायन , प्रधान वैज्ञानिक, कटनी,अध्यक्ष डॉ एसएस तोमर सह निदेशक आंचलिक अनुसन्धान केंद्र मुरैना , मुख्य अतिथि डॉ एम एन हरीश अटारी, जबलपुर के विशिष्ट आतिथ्य एवं प्रशिक्षणकर्मियों की उपस्थिति में सम्पन्न हुआ। स्वागत उपरांत अतिथियों एवं डॉ सुनीत कुमार , पादप विशेषज्ञ द्वारा उद्बोधन दिया गया।
प्रथम दिवस के दो सत्रों में विभिन्न केवीके से आए पादप संरक्षण विशेषज्ञों द्वारा उनके केंद्रों पर पादप संरक्षण के लिए किए गए कार्यों एवं कार्य योजना का प्रस्तुतीकरण किया गया। कार्यक्रम के दूसरे दिन प्रशिक्षणार्थियों को केंद्रीय समन्वित नाशीजीवी प्रबंधन केंद्र एवं कृषि विज्ञान केंद्र की विभिन्न इकाइयों का भ्रमण कराया गया एवं पादप संरक्षण विशेषज्ञों के प्रेजेंटेशन कराए गए। प्रत्येक सत्र में किए गए प्रेजेंटेशनों पर विशेषज्ञों द्वारा आवश्यक सुझाव दिए गए । प्रशिक्षण समन्वयक डॉ एम एन हरीश द्वारा भी प्रेजेंटेशन के दौरान विशेषज्ञों को उनकी कार्य योजना में आवश्यक सुधार के निर्देश दिए गए।
समापन सत्र में डॉ एस एस तोमर एवं डॉ एम के त्रिपाठी क्रमशः अध्यक्ष एवं मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित रहे। इस सत्र को अटारी जबलपुर के निदेशक डॉ एस आर के सिंह द्वारा भी सम्बोधित किया गया। इस दौरान केंद्र की पत्रिका ‘ चंबल कृषि समाचार ‘ का विमोचन भी किया गया। अतिथि उद्बोधन के पश्चात प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र स्मृति चिन्ह भेंट किए गए। इस कार्यक्रम में नोडल अधिकारी डॉ ए एस यादव के अलावा केंद्र के वैज्ञानिक/तकनीकी अधिकारी डॉ पी के एस गुर्जर,डॉ बी एस कसाना ,डॉ पी पी सिंह, श्रीमती रीना शर्मा ,श्रीमती अर्चना खरे की सक्रिय भागीदारी रही। कार्यक्रम का संचालन डॉ स्वाति सिंह ने किया और धन्यवाद ज्ञापन डॉ एसव्हीएस चौहान द्वारा दिया गया।
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