राज्य कृषि समाचार (State News)उद्यानिकी (Horticulture)

पांच दिनों तक बताया कैसे कर सकते है मशरूम की खेती

28 फ़रवरी 2025, भोपाल: पांच दिनों तक बताया कैसे कर सकते है मशरूम की खेती – मशरूम की खेती को भी अब बढ़ावा दिया जा रहा है वहीं किसान भी इसकी खेती करना चाहते है लेकिन प्रशिक्षण के अभाव के कारण कई किसान इस क्षेत्र में आगे नहीं बढ़ पाते है। ऐसे में हरियाणा में चौधरी चरणसिंह कृषि विवि के साइना नेहवाल कृषि प्रौद्योगिकी प्रशिक्षण एवं शिक्षा संस्थान द्वारा पांच दिनों तक बीकानेर जिले के किसानों को प्रशिक्षण दिया।

बता दें कि साइना नेहवाल कृषि प्रौद्योगिकी, प्रशिक्षण एवं शिक्षा संस्थान द्वारा किसानों को आत्मनिर्भर बनाने तथा उनकी आर्थिक स्थिति को सुदृढ़ करने के लिए देशभर के किसानों प्रशिक्षण दिया जाता है। विश्वविद्यालय के विस्तार निदेशक डॉ. बलवान सिंह मंडल ने बताया कि यह प्रशिक्षण राजस्थान सरकार के कृषि विभाग की आत्मा स्कीम के तहत विश्वविद्यालय में आयोजित किया गया। प्रशिक्षण में बीकानेर जिले के 20 गांव के 36 किसानों ने भाग लिया। मशरूम उत्पादन एक पर्यावरण अनुकूल प्रक्रिया होने के साथ-साथ युवाओं एवं किसानों की आमदनी बढ़ाने और खाद्य सुरक्षा का एक बेहतर विकल्प है। मशरूम एक व्यवसाय है जिसे भूमिहीन युवा एवं किसान कम लागत से स्वरोजगार के रूप में स्थापित कर सकते हैं। उन्होंने बताया की मशरूम उत्पादन के अलावा इसके प्रसंस्करण, मूल्य संवर्धित उत्पाद तैयार करने से भी अच्छी आमदनी प्राप्त की जा सकती है। प्रशिक्षण के संयोजक डॉ. सतीश कुमार मेहता ने बताया कि वर्ष 2023-24 में राजस्थान ने 21 हजार 440 मीट्रिक टन मशरूम उत्पादन करके आठवें स्थान पर रहा। प्रशिक्षण के दौरान किसानों को बटन, ढींगरी, दूधिया, शीटाके, कीड़ा-जड़ी, गोनोडर्मा मशरूम की उत्पादन विधि, प्रसंस्करण जैसे कैनिंग, आचारीकरण आदि विभिन्न मशरूम उत्पाद का आर्थिक विशेषण, जैविक-अजैविक समस्याओं के अलावा इनकी मार्केटिंग के बारे में भी विस्तार से जानकारी दी गई।

(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़,  टेलीग्रामव्हाट्सएप्प)

(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)

कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.krishakjagat.org/kj_epaper/

कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:

www.en.krishakjagat.org

Advertisements