गेहूं, सरसों, और चना की पैदावार बढ़ाने के लिए डीएपी की बजाय एसएसपी और एनपीके उर्वरकों का करें इस्तेमाल
11 नवंबर 2024, डूंगरपुर: गेहूं, सरसों, और चना की पैदावार बढ़ाने के लिए डीएपी की बजाय एसएसपी और एनपीके उर्वरकों का करें इस्तेमाल – राजस्थान के डूंगरपुर जिले में रबी सीजन की मुख्य फसलें – गेहूं, सरसों और चना की बुवाई जारी है। जिले में उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता को लेकर कृषि विभाग सक्रिय है। कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक परेश पंड्या ने किसानों को बेहतर उत्पादन के लिए डीएपी की बजाय सिंगल सुपर फॉस्फेट (एसएसपी) और एनपीके ग्रेड उर्वरकों के इस्तेमाल की सलाह दी है।
श्री पंड्या ने बताया कि एसएसपी उर्वरक में 16% फास्फोरस और 11% सल्फर पाया जाता है, जो विशेष रूप से तिलहन और दलहन फसलों के लिए लाभकारी है। उन्होंने बताया कि डीएपी के स्थान पर यदि तीन बोरी एसएसपी और एक बोरी यूरिया का संयोजन किया जाए, तो इससे फसलों की पैदावार में सुधार होता है। किसानों को संतुलित पोषक तत्वों की आपूर्ति के लिए उपयुक्त एनपीके ग्रेड उर्वरकों का भी उपयोग करने की सलाह दी गई है।
इसके अलावा, राज्य में एसएसपी का उत्पादन होने के कारण इसकी उपलब्धता भी आसानी से हो जाती है। कृषि विभाग ने किसानों को सॉयल हेल्थ कार्ड के अनुसार उर्वरकों के उपयोग की भी अनुशंसा की है ताकि उत्पादन लागत कम हो और मिट्टी में पोषक तत्वों की मात्रा संतुलित बनी रहे।
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम, व्हाट्सएप्प)
(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)
कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:
www.krishakjagat.org/kj_epaper/
कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: