राज्य कृषि समाचार (State News)

ग्राफ्टेड बैगन, टमाटर की खेती से छत्तीसगढ़ के इस किसान की लाखों में हो रही कमाई; जानिए किस विधि से तैयार होते हैं ये पौधे 

16 फरवरी 2024, रायपुर: ग्राफ्टेड बैगन, टमाटर की खेती से छत्तीसगढ़ के इस किसान की लाखों में हो रही कमाई; जानिए किस विधि से तैयार होते हैं ये पौधे – छत्तीसगढ़ राज्य के जांजगीर-चांपा जिले के रहवासी किसान कुंवर सिंह मधुकर ने पारंपरिक धान की खेती छोड़ ग्राफ्टेड बैंगन, टमाटर की खेती शुरू की। टमाटर, बैंगन की खेती ने मधुकर की किस्मत बदल दी। कुंवर सिंह मधुकर ने कभी नहीं सोचा था कि वह कभी उन्नतशील किसान की श्रेणी में एक दिन खड़ा हो सकेगा।

परंपरागत खेती में साल-दर-साल मुनाफा बढ़ता जा रहा था और आय कम होती जा रही थी। इस बीच मधुकर को उद्यानिकी विभाग की राष्ट्रीय कृषि विकास योजनाओं के बारे में जानकारी मिली। मधुकर ने विभाग से जुड़कर उनकी सभी योजनाओं के बारे में विस्तार से जानकारी ली और उद्यानिकी के क्षेत्र में काम करना शुरू कर दिया। इसके बाद मधुकर की जीवन में बदलाव आना शुरू हो गया और वह भी दिन आया जब उनके कार्य की प्रशंसा पूरे प्रदेश में होने लगी।

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ग्राफ्टेड बैगन से 6 एकड़ में 15 लाख का मुनाफा

किसान कुंवर सिंह मधुकर की मेहनत और विभागीय योजनाओं से मिले लाभ का नतीजा कुछ ही महीनों में सामने आने लगा। मधुकर ने ग्राफ्टेड बैगन से अब तक 6 एकड़ में 15 लाख रू. का शुद्ध लाभ प्राप्त किया और तीन माह की और तोड़ाई होनी बाकी है जिसमें अनुमानित और 5 लाख का लाभ होगा।

ग्राफ्टेड टमाटर से 4 एकड़ में 4 लाखशेडनेट हाउस से 1 एकड़ में 2 लाख का लाभ

यहीं नहीं उन्होंने ग्राफ्टेड टमाटर की खेती लगभग 4 एकड़ में की जिससे 4.25 लाख का मुनाफा हुआ हैं। इसके अलावा खीरा से शेडनेट हाउस 1 एकड़ में 2 लाख का मुनाफा हुआ है, इस प्रकार उद्यानिकी फसल से कृषक को आर्थिक लाभ हो रहा है। बाजार में उनके बैंगन और टमाटर की बहुत मांग है, धीरे-धीरे वे आसपास के किसानों को भी इसके लिए प्रेरित कर रहे हैं।

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किस विधि से तैयार होते हैं पौधे 

जिला उद्यानिकी विभाग सहायक संचालक श्रीमती रंजना माखीजा ने बताया कि उद्यानिकी की एक तकनीक है जिसमें एक पौधे के रूट स्टॉक दूसरे पौधे के शॉट स्टीम से जोड़े जाते हैं जिससे दोनों के वाहिका ऊतक आपस में मिल जाते हैं। इस प्रकार इस विधि से पौधे तैयार किये जाते हैं।

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इसके लिए शासन से किसान कंवर सिंह मधुकर को वर्ष 2021-22 में प्रधानमंत्री सूक्ष्म सिंचाई योजना अंतर्गत 55 प्रतिशत अनुदान के रूप में 10 एकड़ में दिया गया। वहीं रा.कृ.वि.यो. वर्ष 2022-23 घटक ग्राफ्टेड बैगन 0.400 हे. में 30,000 रूपए शेड नेट हाउस बनाने के लिए 14.20 लाख दिया गया, जिसमें वह खीरा लगाए हुए थे, वर्तमान में टमाटर लगाएंगे। इसी तरह रा.कृ.वि.यो. वर्ष 2023-24 में मल्चिंग हेतु चयनित होने पर उन्हें 32 हजार रुपए की राशि प्राप्त होगी।

सीएम ने किया सम्मानित

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने कुंवर सिंह मधुकर को छत्तीसगढ़ युवा प्रगतिशील किसान के रूप में सम्मानित किया। इसके साथ ही उन्हें इंडियन काउंसिल ऑफ एग्रीकल्चर रिसर्च द्वारा भी लखपति कृषक बनने पर पुरस्कृत किया गया।

मधुकर के टमाटरबैंगन की अन्य राज्यों में मांग

कुवर सिंह मधुकर के बैंगन, टमाटर की मांग राज्य में ही नहीं बल्कि ओडिशा प्रदेश में हो रही है। श्री मधुकर बताते हैं कि अनुदान मिलने से उन्होंने खेतों में ग्राफ्टेड बैंगन, टमाटर लगाए है। इसके साथ ही उन्हें तकनीकी मार्गदर्शन भी विभाग की ओर से दिया गया है। उन्होंने सरकार की इस योजना की प्रशंसा करते हुए तारीफ की है।

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