फूलो की खेती से लाखो की कमाई कर रही है, महिला किसान
02 जून 2025, भोपाल: फूलो की खेती से लाखो की कमाई कर रही है, महिला किसान – बरखेड़ा बोंदर की रहने वाली किसान श्रीमती लक्ष्मीबाई कुशवाह ने आत्मनिर्भरता और परिश्रम की एक मिसाल कायम की है. लक्ष्मीबाई ने बताया कि उनका परिवार वर्षों से धान, गेहूं और सोयाबीन की पारंपरिक खेती करता आ रहा था, परन्तु उससे उन्हें लगत अधिक लगती थी और मुनाफा कम होता था जिससे वह बहुत परेशान थी, इसी बिच उन्हें उद्यानिकी विभाग द्वारा संचालित “संरक्षित खेती योजना” की जानकारी मिली और उन्होंने फूलों की खेती को महत्व दिया.
कैसे बढ़ाया आत्मनिर्भरता की ओर कदम:
लक्ष्मीबाई ने वर्ष 2021-22 में राष्ट्रीय विकास परियोजना के अंतर्गत इस योजना का लाभ लेते हुए 3000 वर्ग फुट क्षेत्र में पहला पॉलीहाउस बनवाया, जिसकी कुल लागत ₹25.32 लाख थी, जिसमें ₹12.66 लाख की अनुदान राशि सरकार द्वारा प्रदान की गई. और में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी और मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव जी को हृदय से धन्यवाद देती हूँ। उनके द्वारा शुरू की गई योजनाओं ने हम महिलाओं को न सिर्फ आत्मनिर्भर बनाया, बल्कि समाज में एक नई पहचान भी दी है। आज मुझे गर्व है कि मैं एक किसान हूं, एक उद्यमी हूं और एक सशक्त महिला हूं।”
क्या है संरक्षित खेती योजना:
संरक्षित खेती योजना एक आधुनिक कृषि तकनीक है, जिसे ग्रीनहाउस खेती के रूप में भी जाना जाता है. इसके अंतर्गत एक विशेष संरचना के अंदर, ग्रीन हाउस या पॉली हाउस, में पौधों को उगाया जाता है जो एक नियंत्रित वातावरण के प्रतिकूल प्राकृतिक परिस्थितियों के हिसाब से फसलों को उच्च गुणवत्ता वाले उत्पादों के साथ अधिक उत्पादन प्रदान करने में सहायक होती है.
कैसे करे आवेदन:
योजना का लाभ लेने के लिए किसान राज्य सरकार के कृषि विभाग की वेबसाइट या नजदीकी कृषि कार्यालय में जाकर अपना आवेदन कर सकते है. आवेदन के लिए मुख्य दस्तावेजों को भी साथ में ले जाये,
- आधार कार्ड
- बैंक पासबुक की प्रति
- मिट्टी और पानी की जांच रिपोर्ट
- भूमि स्वामित्व प्रमाण पत्र
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