Advertisement8
Advertisement
राज्य कृषि समाचार (State News)

किसानों के हितों की रक्षक है सरकार की भावांतर योजना

07 अक्टूबर 2025, सीहोर: किसानों के हितों की रक्षक है सरकार की भावांतर योजना – सीहोर जिले के ग्राम मानपुरा निवासी किसान श्री हेमंत कुमार मेवाड़ा इस साल अपनी सोयाबीन की फसल के भाव को लेकर चिंतित थे। जब सोयाबीन का भाव न्यूनतम समर्थन मूल्य से नीचे जाता दिखाई दे रहा था, तो ऐसा लगा मानो मेहनत का सही मूल्य नहीं मिल पाएगा। तभी प्रदेश सरकार ने किसानों के हित को ध्यान में रखते हुए भावांतर योजना शुरू की। इस योजना का उद्देश्य है कि यदि मंडी में फसल का भाव समर्थन मूल्य से कम मिलता है, तो सरकार उस अंतर की राशि सीधे किसान के खाते में जमा करेगी। किसान श्री हेमंत कुमार कहते हैं कि इस योजना से हम जैसे किसानों को बड़ी राहत मिली है। उन्होंने कहा कि इस बार भले ही सोयाबीन का दाम समर्थन मूल्य से कम हो जाए फिर भी सरकार भावांतर योजना के तहत घाटे की भरपाई कर देगी।

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने किसानों के हितों को देखते हुए भावांतर योजना शुरू की है ताकि किसानों को नुकसान का सामना न करना पड़े। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के नेतृत्व में केंद्र और राज्य सरकार लगातार किसानों को उनकी फसलों का उचित दाम दिलाने के लिए प्रयासरत हैं और भावांतर योजना इसी दिशा में एक बड़ा कदम है। किसान श्री हेमंत कुमार कहते हैं कि इस बार सरकार ने समय पर निर्णय लेकर किसानों को भरोसा दिलाया है कि उनकी मेहनत का उचित मूल्य उन्हें मिलेगा। वे कहते हैं कि अब हमें यह चिंता नहीं है कि सोयाबीन का भाव कितना मिलेगा, क्योंकि सरकार हमारे साथ खड़ी है। किसान श्री हेमंत कुमार मेवाड़ा ने इस योजना के लिए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी एवं मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव को धन्यवाद दिया है।

Advertisement
Advertisement

आपने उपरोक्त समाचार कृषक जगत वेबसाइट पर पढ़ा: हमसे जुड़ें
> नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़व्हाट्सएप्प
> कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें
> कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: E-Paper
> कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: Global Agriculture

Advertisements
Advertisement5
Advertisement