म. प्र. में अब 1000 और 30 टन क्षमता के भी कोल्ड स्टोरेज बनेंगे
11 दिसम्बर 2020, भोपाल। म. प्र. में अब 1000 और 30 टन क्षमता के भी कोल्ड स्टोरेज बनेंगे – उद्यानिकी, खाद्य प्रसंस्करण (स्वतंत्र प्रभार) एवं नर्मदा घाटी राज्य मंत्री श्री भारत सिंह कुशवाह ने कहा है कि बड़ी मंडियों के पास 5000 मीट्रिक टन क्षमता के कोल्ड स्टोरेज के साथ-साथ अब विकासखंड स्तर पर छोटी मंडियों के पास एक हजार मीट्रिक टन क्षमता और किसानों के खेतों पर कृषक उत्पादक समूह के दृष्टिगत 30 मीट्रिक टन क्षमता के कोल्ड स्टोरेज बनाने की दिशा में काम होगा। कोल्ड स्टोरेज निर्माण के विकेंद्रीकरण का यह निर्णय मंत्रालय में आयोजित विभागीय समीक्षा बैठक में लिया गया। राज्य मंत्री श्री कुशवाह ने बताया कि आत्मनिर्भर मध्यप्रदेश अंतर्गत उद्यानिकी विभाग के रोडमैप में कोल्ड स्टोरेजों के विकेंद्रीकरण की योजना को शामिल किया गया है।
उन्होंने बताया कि साग-सब्जी और फल-फूल उत्पादक किसानों को उनके उत्पादों का सही-सही मूल्य मिले, इसके लिए जरूरी है कि वह अपनी मर्जी के मुताबिक जहां पर, जिस मंडी में और जिस समय अपने उत्पाद को अधिक मूल्य पर बेचना उचित समझें, तब बेच सके और तब तक रखने के लिए उनके पास कोल्ड स्टोरेज की सुविधा उपलब्ध हो। इसको ध्यान में रखते हुए केवल 5000 हजार मीट्रिक टन क्षमता के ही नहीं, बल्कि विकास खंड स्तर पर 1000 मीट्रिक टन क्षमता वाले तथा कृषक उत्पादक समूहों के दृष्टिगत किसान के खेत स्तर पर 30 मीट्रिक टन क्षमता के कोल्ड स्टोरेज बनाये जाने की व्यवस्था का निर्णय लिया गया है।
महत्वपूर्ण खबर : उद्यान विभाग की इकाइयों के लिये लक्ष्य निर्धारित