मध्य प्रदेश विधान सभा से सरकार ने माना गिर रहा मिट्टी में जैविक कार्बन का प्रतिशत
08 अगस्त 2025, भोपाल: मध्य प्रदेश विधान सभा से सरकार ने माना गिर रहा मिट्टी में जैविक कार्बन का प्रतिशत – रासायनिक उर्वरकों के लगातार प्रयोग और नरवाई जलाना पर्यावरण को प्रदूषित तो कर ही रहा है, भूमि की उर्वराशक्ति को भी प्रभावित कर रहा है। मिट्टी में जैविक कार्बन का प्रतिशत कम हुआ है। यह बात कृषि मंत्री श्री ऐदल सिंह कंषाना ने जबलपुर उत्तर से विधायक डॉ. अभिलाष पांडेय के प्रश्न के उत्तर में बताई।
कृषि मंत्री ने बताया कि रासायनिक उर्वरकों से भी प्रदेश की मिट्टी खराब हो रही है। इसमें जैविक कार्बन का प्रतिशत लगातार कम हो रहा है। हालात ये हैं कि प्रदेश की मिट्टी में कार्बन का प्रतिशत 0.45 से 0.50 ही है। जो सामान्य है, लेकिन स्वस्थ मिट्टी में 0.75 प्रतिशत या उससे अधिक कार्बन होना चाहिए। हालांकि मिट्टी में कार्बन प्रतिशत को बढ़ाने के लिए सरकार फसल अवशेष प्रबंधन के लिए किसानों को प्रशिक्षित करने सहित प्रोत्साहित तो कर रही है परंतु हरी खाद के लक्ष्य निर्धारित करने की कोई कार्ययोजना प्रक्रिया में नहीं है।
राज्य में 45 हजार हेक्टेयर में ही हरी खाद का उपयोग
मंत्री ने सवाल के जवाब में बताया कि प्रदेश में वर्तमान में 45,000 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में किसानों द्वारा हरी खाद का उपयोग किया गया है। मिट्टी में जैविक कार्बन को बढ़ाने की दिशा में प्राकृतिक खेती का कार्यक्रम क्रियान्वित किया जा रहा है। वर्ष 2025-26 में नरवाई प्रबंधन के लिए कार्यक्रम क्रियान्वयन के निर्देश जिलों को दिए हैं, इससे कार्बन की मात्रा को बढ़ाने में मदद मिल सकेगी।
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