State News (राज्य कृषि समाचार)

महाविद्यालय द्वारा विश्व मृदा दिवस का आयोजन

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10 दिसम्बर 2020, सीहोर। कृषि महाविद्यालय द्वारा विश्व मृदा दिवस का आयोजन बेहतर मृदा स्वास्थ्य जागरूकता हेतु सीहोर कृषि महाविद्यालय द्वारा विश्व मृदा दिवस 5 दिसंबर को ऑनलाइन आयोजन किया गया | आयोजन में डॉ एस सी गुप्ता ने समन्वय एवं महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉ एच डी वर्मा ने अध्यक्षता की तथा विशेषज्ञ व्याख्यान डॉक्टर एस के वर्मा पूर्व अधिष्ठाता कृषि महाविद्यालय ग्वालियर द्वारा दिया गया|
विश्व मृदा दिवस, अंतरराष्ट्रीय मृदा दशक 2015-24 के अंतर्गत, पूरे विश्व में प्रतिवर्ष मनाया जाता है . डॉ एस सी गुप्ता प्रमुख वैज्ञानिक ने अपने उद्बोधन में कहा कि मिट्टी की जैव विविधता को सुरक्षित रखनेपर विशेष ध्यान दिया जाए ताकि मिट्टी को जीवित रखने के लिए एवं उसको प्रदूषित होने से तथा गैर न्यायिक तरीके से रसायनों के उपयोग से बचाया जाए जिससे मृदा में रहने वाले असंख्य जीव एवं मृदा भी जीवित बनी रहे जिससे हम निरंतर टिकाऊ खेती कर सकें | अधिष्ठाता डॉ एच डी वर्मा ने मृदा स्वास्थ्य से संबंधित विभिन्न खतरो के विषय में कृषको का ध्यान केंद्रित किया साथ ही मृदा को स्वस्थ एवं उर्वरक उत्पादक बनाए रखने के लिए मिट्टी के बेहतर प्रबंधन के लिए विभिन्न बताएं |उन्होंने खेत में जलाए जाने वाले अवशेषों को हतोत्साहित करने एवं जैविक खाद एवं जैविक उर्वरकों के उपयोग साथ ही उन्होंने मृदा कटाव रोकने के संबंध में कृषकों को समझाइश दी| डॉ एस के वर्मा ने अपने विशेष व्याख्यान में बताया कि पूर्व में मिट्टी के स्वास्थ्य पर ज्यादा ध्यान नहीं दिए जाने के कारण मृदा की गुणवत्ता में भारी गिरावट आई है जिसके कारण अब फसलों की उत्पादकता विपरीत रूप से प्रभावित हो रही है अतः मृदा की दशा को सुधारते हुए प्रयास किए जाने चाहिए कि मृदा में जीवांश कार्बन एवं जैव विविधता बनी रहे तथा मृदा जीवित बनी रहे और टिकाऊ खेती होती रहे इस अवसर पर डॉ आर सी जैन ने एवं दीक्षा विश्वकर्मा ने जैव उर्वरक एवं जैविक खाद के संबंधित उपयोग द्वारा मिट्टी के स्वास्थ्य को उत्तम बनाने पर जोर दिया | कृषि विभाग के अधिकारी श्री बी एस देवड़ा ने किसानों को इस कार्यक्रम से जोड़ते हुए मृदा स्वास्थ्य कार्ड की जानकारी दी तथा मिट्टी परीक्षण के आधार पर उर्वरक के उपयोग हेतु किसानों को समझाइश दी | कार्यक्रम में कृषको, छात्रों, वैज्ञानिकों ,प्राध्यापकों ,कृषि विभाग के अधिकारियों द्वारा बड़ी संख्या में लिंक होकर भाग लिया |

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