स्टार्टअप्स को वैश्विक स्तर पर कृषि क्षेत्र में कड़ी प्रतिस्पर्धा हेतु तैयार रहना होगा
7 सितम्बर 2021, जबलपुर । स्टार्टअप्स को वैश्विक स्तर पर कृषि क्षेत्र में कड़ी प्रतिस्पर्धा हेतु तैयार रहना होगा – जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय में एग्रीकल्चर स्टार्टअप्स हेतु 2 माह का ओरिएन्टेशन इन्क्यूवेशन टेªनिंग प्रोग्राम शुरू हुआ। इसमें 31 युवा स्टार्टअप्स का चयन किया गया है। इन्हें कृषि वैज्ञानिक एवं विषेषज्ञों द्वारा प्रषिक्षित किया जायेगा और शासन द्वारा स्टार्टअप्स हेतु निर्धारित राशि भी दी जायेगी। कुलपति डॉ. प्रदीप कुमार बिसेन ने अध्यक्षीय उद्बोधन में कहा कि हमारे स्टार्टअप्स को वैष्विक स्तर पर कृषि क्षेत्र में कड़ी प्रतिस्पर्धा हेतु तैयार रहना होगा। साथ ही विष्वस्तर पर हो रहे नित नये अनुसंधान, प्रयोग और इनोवेशन से अपडेट रहना होगा। डॉ. बिसेन ने आगे कहा युवाओं को खेती से जोड़ना और किसानों को उन्नत कृषि तकनीक अपनाने हेतु जमीनी स्तर से उच्चस्तरीय प्रयासों की महती अवाष्यकता है। मुख्य अतिथि नाबार्ड भोपाल के जीएम वाय.एन. महादेवीह ने स्टार्टअप्स को वित्तीय अवसर, गुणवत्ता नियंत्रण एवं मूल्य संवर्धन पर सचेत रहने का आव्हान किया।
आयोजक डॉं. एस.बी. नहातकर डायरेक्ट आईएबीएम एंड सीईओ जवाहर राबी जनेकृविवि ने बताया विष्वविद्यालय में कृषि स्टार्टअप्स का कार्यक्रम पिछले 2 वर्षों से सुचारू रूप से चलाया जा रहा है। वर्ष 2021-22 में तृतिय चरण के प्रषिक्षण में कुल 168 आवेदन प्राप्त हुए थे प्राथमिक परीक्षण के पश्चात 53आवेदनकार्ताओं को भारत सरकार के कृषि मंत्रालय के मार्गदर्षिका के आधार पर गठित समिति के सामने प्रेजेन्टेशन के आधार पर 09 साकार एवं 22 प्रेरणा कार्यक्रम हेतु कुल 31 स्टार्टअप्स् का चयन किया गया है, जो 05 राज्यों मध्यप्रदेश, दिल्ली, महाराष्ट्र, उत्तरप्रदेष एवं पष्चिम बंगाल से हैं यह 05 विबने ंतमं तथा 15 कृषि के सबसेक्टर से संबंधित समस्याओं के समाधान करने हेतु अपना स्टार्टअप्स् शुरू करना चाहते हैं। कार्यक्रम का संचालन डॉं. श्रीमति अनुपमा वर्मा एवं आभार प्रदर्षन वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉं. मोनी थामस ने किया। प्रशिक्षण कार्यक्रम 3 नवम्बर तक चलेगा।
देश में 29 कृषि व्यवसाय इन्क्यूवेशन केन्द्रों में से जनेकृविवि एक जने कृषि विष्वविद्यालय में कृषि व्यवसाय इंक्युबेषन केन्द्र की स्थापना वर्ष 2018-19 में भारत सरकार के कृषि मंत्रालय के राकृवियो (रफ्तार) के तहत इनोवेषन एवं कृषि उद्यमिता इकाई के अंतर्गत की गयी थी। वर्तमान में देष में कुल 29 कृषि व्यवसाय इन्क्यूबेशन केन्द्रों की स्थापना भारत सरकार द्वारा अभी तक की गयी है। इस केन्द्र द्वारा वर्ष 2019-20 एवं 2020-21 तक कुल 23 कृषि स्टार्टअप्स् को 2 माह के प्रषिक्षण पश्चात् भारत सरकार द्वारा रू. 206.75 लाख की ग्रांटं प्रदान की गई।