राज्य कृषि समाचार (State News)किसानों की सफलता की कहानी (Farmer Success Story)

सिर्फ 1 एकड़ से शुरू किया फलोद्यान! आज 105 पौधों से हर महीने कमा रहे हजारों, पढ़ें कृषक हरनाम की कहानी

20 अगस्त 2025, भोपाल: सिर्फ 1 एकड़ से शुरू किया फलोद्यान! आज 105 पौधों से हर महीने कमा रहे हजारों, पढ़ें कृषक हरनाम की कहानी – मध्यप्रदेश के दतिया जिले की ग्राम पंचायत रूहेड़ा के किसान हरनाम सिंह कुशवाह के पास कुल 1 एकड़ भूमि थी। पहले वे इस ज़मीन से अपने परिवार के लिए पर्याप्त अनाज भी नहीं उगा पाते थे। जीवन-यापन के लिए उन्हें मजदूरी करनी पड़ती थी। लेकिन वर्ष 2023-24 में मनरेगा योजना के तहत उनके खेत में फ्लोरायन कार्य स्वीकृत हुआ। इस योजना के अंतर्गत उनके खेत में 120 फलदार पौधे लगाए गए, जिनमें 60 पपीता, 40 अमरूद और 20 नींबू के पौधे शामिल थे।

आज 105 पौधे जीवित हैं और हरनाम सिंह ने निराई-गुड़ाई, सिंचाई और खाद-कीटनाशक का छिड़काव समय-समय पर कर पौधों की देखभाल पूरी निष्ठा से की। आज उनका खेत हरियाली और खुशहाली से भर गया है। पपीता और अमरूद के फल अब उन्हें अच्छी आमदनी दे रहे हैं। आस-पास के स्थानीय बाजारों में फल बेचकर उनकी आय लगातार बढ़ रही है।

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मेहनत से मिली सफलता, प्रेरणा बनी कहानी

हरनाम सिंह की मेहनत देखकर आसपास के कई किसान भी प्रेरित हुए हैं। वे फलोद्यान लगाने के लिए आगे आ रहे हैं। हरनाम सिंह कहते हैं, “फलोद्यान लगाने से मेरा पूरा जीवन बदल गया है। पहले परिवार के लिए अन्न उगाना भी मुश्किल था, पर अब पपीता और अमरूद की बिक्री से अच्छी आय हो रही है। मनरेगा योजना से मजदूरी मिली और अब अपनी मेहनत से स्थायी आमदनी भी हो रही है।”

सरकारी योजनाएं और किसानों की समृद्धि का मेल

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश सरकार ग्रामीण अंचलों के किसानों को आत्मनिर्भर बनाने और उनकी आय बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। मनरेगा जैसी योजनाएं किसानों को केवल रोजगार ही नहीं देतीं, बल्कि उन्हें स्थायी स्वरोजगार की ओर भी बढ़ाती हैं।

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किसान हरनाम सिंह कुशवाह की सफलता इस बात का जीवंत उदाहरण है कि सरकार की योजनाएं और किसानों की मेहनत मिलकर किस तरह समृद्धि का रास्ता खोल रही हैं। यदि आप भी फलोत्पादन या अन्य कृषि कार्यों में रुचि रखते हैं, तो अपने नजदीकी कृषि अधिकारी, केंद्र या कृषि विज्ञान केंद्र से संपर्क करें।

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