फसल क्षति के मामलों में किसानों को राहत दिलाने में संवेदनशीलता बरतें राजस्व अधिकारी
अतिवृष्टि एवं अल्पवृष्टि से
11 अक्टूबर 2022, रायपुर। फसल क्षति के मामलों में किसानों को राहत दिलाने में संवेदनशीलता बरतें राजस्व अधिकारी – छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने कलेक्टर कॉन्फ्रेंस के दूसरे दिन राजस्व विभाग के काम-काज की विस्तृत समीक्षा की। उन्होंने राजस्व विभाग के ढीले-ढाले काम-काज पर गहरी नाराजगी व्यक्त की और कलेक्टरों से कहा कि राजस्व का काम-काज चुस्त-दुरूस्त होना चाहिए। राजस्व विभाग के अधिकारी-कर्मचारी अपनी कार्यशैली में बदलाव लाएं। लोगों के काम समय-सीमा के भीतर होना चाहिए। कलेक्टर और कमिश्नर नियमित रूप से तहसील कार्यों के निरीक्षण करें। अतिवृष्टि एवं अल्पवृष्टि से फसल क्षति की समीक्षा करते हुए सभी कलेक्टरों को संवेदनशीलता के साथ प्रभावित किसानों को समय सीमा में आरबीसी 6(4) अंतर्गत राहत राशि दिलाने के निर्देश दिए।
राजस्व विभाग की समीक्षा में मुख्यमंत्री ने कहा कि नामांतरण के लंबित प्रकरणों का समय सीमा में निराकरण होना चाहिए। सभी राजस्व प्रकरणों को समय सीमा में निपटाएं। नागरिकों को राजस्व प्रकरणों में देरी से परेशानी नहीं होनी चाहिए। नागरिकों के कार्य को समय सीमा में न करने पर अधिकारियों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि भ्रष्टाचार की शिकायत पाए जाने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने राजस्व आय की प्राप्तियों पर भी विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। बैठक में मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, अपर मुख्य सचिव श्री सुब्रत साहू, श्रीमती रेणु जी. पिल्ले, पीसीसीएफ श्री संजय शुक्ला सहित सभी संभागों के राजस्व कमिश्नर, जिलों के कलेक्टर सहित विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
तीन साल से जमे पटवारियों का होगा तबादला– कलेक्टर कॉन्फ्रेंस में मुख्यमंत्री ने कलेक्टरों से कहा कि 3 साल से एक स्थान पर जमे पटवारियों का तबादला करें। उन्होंने शहरी क्षेत्रों में सीमांकन प्रकरणों में देरी पर भी गहरी अप्रसन्नता व्यक्त की और कहा कि इन क्षेत्रों में राजस्व अमलों को बदला जाए। उन्होंने ने कहा कि सीमांकन प्रकरणों का निराकरण समय-सीमा में होना चाहिए। इसी प्रकार नए जिलों में नागरिकों को राजस्व प्रकरणों के शीघ्र निराकरण का लाभ मिलना चाहिए।
महत्वपूर्ण खबर:छत्तीसगढ़ बनेगा देश का मिलेट हब: मुख्यमंत्री श्री बघेल