मौसमी सब्जियां उगाकर आत्मनिर्भर बनी महिला कृषक रेखा सिंह, अब हर महीने कामा रही हजारों रुपए
07 नवंबर 2025, भोपाल: मौसमी सब्जियां उगाकर आत्मनिर्भर बनी महिला कृषक रेखा सिंह, अब हर महीने कामा रही हजारों रुपए – कभी बढ़ती पारिवारिक जरूरतों और आर्थिक तंगी से जूझ रही विकासखण्ड रीठी के ग्राम हरद्वारा गांव की रहने वाली रेखा सिंह अब स्व-सहायता समूह से जुड़कर, सीमित संसाधनों और कठिन परिस्थितियों के बावजूद आत्मनिर्भर बन गई हैं। रेखा अपने पति जयपाल सिंह और तीन बच्चों के साथ जीवन-यापन कर रहीं थीं। इसी बीच साल 2020 में ‘कृष्णा स्व-सहायता समूह’ से जुड़ने के उनके फैसले ने उनके जीवन की दिशा पूरी तरह बदल दी। समूह से जुड़कर रेखा ने खुद को केवल बचत और लेन-देन तक ही सीमित नहीं रखा, बल्कि उन्होंने ‘कुछ बेहतर करने’ का संकल्प लिया। रेखा ने समूह से 50 हजार रूपये का ऋण लिया।
इसमें से 30 हजार रूपये से उन्होंने अपनी ज़मीन पर मौसमी सब्जियाँ उगाना शुरू किया और उन्हें स्थानीय बाजार में बेचकर नियमित आय सुनिश्चित की। साथ ही 20 हजार रूपये की शेष राशि से गांव में ही छोटी किराना दुकान खोलकर उन्होंने गांववासियों की रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा किया और एक स्थायी आय का स्त्रोत स्थापित किया। रेखा सिंह की मेहनत और ईमानदारी से उनका व्यवसाय तेज़ी से बढ़ने लगा।
उन्होंने अब तक 30 हजार रूपये की ऋण राशि ब्याज सहित वापस करके न केवल अपनी विश्वसनीयता साबित की, बल्कि समूह के वित्तीय अनुशासन का भी उत्कृष्ट उदाहरण पेश किया। व्यवसाय में सफलता के साथ-साथ, रेखा को ग्राम की उचित मूल्य की दुकान के संचालन का भी मौका मिला। उचित मूल्य की दुकान के सफल संचालन से उन्हें अतिरिक्त आय के साथ-साथ उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा में भी अभूतपूर्व वृद्धि हुई।
अब रेखा हर महीने लगभग 11 हजार रूपये की आय अर्जित कर रही हैं। इस आय से वह अपने बच्चों की शिक्षा, घर-खर्च के अलावा भविष्य के लिए बचत भी करती हैं। रेखा सिंह कहती हैं कि स्व-सहायता समूह से जुड़ाव ने उन्हें न केवल आर्थिक रूप से सक्षम बनाया, बल्कि सामाजिक रूप से भी सशक्त किया है।
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