हरियाणा में गेहूं के प्रमाणित बीजों की दरें तय
06 नवंबर 2024, भोपाल: हरियाणा में गेहूं के प्रमाणित बीजों की दरें तय – हरियाणा के किसानों को न केवल आसानी से गेहूं के लिए प्रमाणित बीज आसानी से उपलब्ध होंगे वहीं महंगे दामों पर भी किसानों को बीज न खरीदने पड़े, इसके लिए हरियाणा की सरकार ने बीजों के लिए दरों को तय कर दिया है। बता दें कि सरकार का लक्ष्य यह है कि क्षेत्र के किसान उन्नत और प्रमाणित बीजों का ही उपयोग करें तो अच्छी उपज हो और किसानों को भी मुनाफा हो।
हरियाणा सरकार ने रबी सीजन 2024-25 के लिए गेहूं के प्रमाणित बीजों की दरें तय कर दी हैं। कृषि विभाग के अनुसार गेहूं के बीज पर इस वर्ष किसानों को 1000 रुपये प्रति क्विंटल की सब्सिडी दी जाएगी। कृषि विभाग के निदेशक कार्यालय से इस बारे में विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए गए हैं।
हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करने और उच्च गुणवत्ता वाले बीजों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सरकार के इस फैसले से किसानों को रियायती दरों पर बीज मिल सकेंगे। इससे गेंहू की पैदावार बढ़ेगी और किसान की आय में भी वृद्धि होगी। प्राप्त जानकारी के अनुसार सभी प्रकार के गेहूं बीज की सामान्य बिक्री दर 3,875 रुपये प्रति क्विंटल तय की गई है। हालांकि किसानों को राहत देने के लिए सरकार 1000 रुपये प्रति क्विंटल की सब्सिडी प्रदान करेगी, जिससे किसानों को गेहूं के बीज 2,875 रुपये प्रति क्विंटल पर मिलेंगे। सी-306 किस्म और अधिसूचना के 10 वर्ष से अधिक पुरानी किस्मों को इस योजना से बाहर रखा गया है। प्रमाणित गेहूं के बीज किसानों को 40 किलोग्राम के प्री-पैक बैग में सब्सिडी वाली दर पर उपलब्ध कराए जाएंगे ताकि किसान रबी सीजन के लिए आसानी से उच्च गुणवत्ता वाले बीज खरीद सकें। यह सब्सिडी केवल हरियाणा के किसानों को दी जाएगी। किसी सरकारी एजेंसी, किसान उत्पादक संगठनों या योजनाओं के तहत प्रदर्शन के लिए इस्तेमाल किए गए बीजों पर यह लागू नहीं होगी। विभाग ने स्पष्ट किया है कि प्रमोशनल गतिविधियों या अन्य सरकारी कार्यक्रमों में उपयोग किए जाने वाले बीजों पर भी कोई सब्सिडी नहीं मिलेगी।
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम, व्हाट्सएप्प)
(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)
कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:
www.krishakjagat.org/kj_epaper/
कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: