केले के रेशे से बनी राखियां अब ऑनलाइन भी उपलब्ध
05 अगस्त 2025, बुरहानपुर: केले के रेशे से बनी राखियां अब ऑनलाइन भी उपलब्ध – बुरहानपुर जिले में इको-फ्रेंडली राखियां तैयार की जा रही है। यह राखियां आजीविका मिशन के तहत स्व सहायता समूह की दीदियों द्वारा केले के तने से रेशे निकालकर बनाई जा रही हैं। देखने में सुंदर, देशी कारीगरी की सजावट, हाथों से बनी पर्यावरण अनुकूल ये आकर्षक राखियां अब ऑनलाइन भी उपलब्ध हैI
विदित है कि ‘‘एक जिला एक उत्पाद’’ अंतर्गत बुरहानपुर जिले में केला फसल को चयनित किया गया है। जिले में समूह की महिलाएं केले के तने से रेशे निकालकर अन्य उत्पाद जैसे टोकरियां, झाड़ू, पेन स्टैंड, झूमर, पर्स, कंधी, किरिंग, गुड़िया आदि उत्पाद बना रही हैं। आजीविका मिशन महिलाओं के लिए रोजगार के सुनहरे अवसरों का सृजन कर रहा है। महिलाएं स्वयं का व्यवसाय कर आत्मनिर्भर बन रही हैं। ऑनलाइन भी उपलब्ध केले के रेशे से तैयार ये आकर्षक राखियां अब ऑनलाइन भी उपलब्ध है। https://banacraft.com/shop-6-2/ (इस लिंक के माध्यम से सबसे पहले एड टू चार्ट, चेंज एड्रेस, प्रोसेस, प्रोसेस टू चेक आउट, बिलिंग डिटेल्स, देन प्लेस ऑर्डर करे) इस लिंक के माध्यम से आप इसे घर बैठे ऑर्डर कर मंगवा सकते हैं या फोन नंबर 91091-31531 पर भी संपर्क कर सकते हैं।
जिला पंचायत कार्यालय में राखियों का स्टॉल लगाया गया है। जिसका कलेक्टर श्री हर्ष सिंह ने अवलोकन किया एवं राखियां देखकर प्रशंसा की। राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन की परियोजना प्रबंधक श्रीमती संतमति खलखो ने बताया कि प्रकृति से जुड़ा प्यार, बहन के स्नेह के साथ केले के रेशे से बनी सौ प्रतिशत इको-फ्रेंडली राखियाँ हाथ से बनी है। ये राखियां न केवल पर्यावरण के लिए अच्छी हैं, बल्कि ये समूह की दीदियों के लिए स्वयं का व्यवसाय स्थापित करने का एक माध्यम भी है।
ग्राम एकझिरा के लवकुश स्व सहायता समूह की दीदी श्रीमती अनुसुइया द्वारा ये राखियाँ बनाई जा रही है। इस कार्य से स्वरोजगार के साथ-साथ महिलाएं अपने परिवार का अच्छे से पालन-पोषण करने में सक्षम हो रही है। वही ग्राम डोंगरगांव के समूह की दीदियां भी केले के रेशे से राखियां तैयार कर रही है। वर्ष 2023 से बनाई जा रही है केले के रेशे से राखियां इन राखियों का आकार, डिजाइन के अनुसार मूल्य निर्धारित है जो कि 30 रुपए, 40 रुपए और 50 रुपए तक है। एक राखी बनाने में 20 मिनट से 30 मिनट का समय लगता है। वर्ष 2023 से केले के रेशे से बनी राखियां हर वर्ष राखी के त्यौहार के लिए तैयार की जाती है। इससे एक सीजन में 35 हजार से 40 हजार तक की कमाई हो जाती है।
(नवीनतम कृषि समाचार और अपडेट के लिए आप अपने मनपसंद प्लेटफॉर्म पे कृषक जगत से जुड़े – गूगल न्यूज़, टेलीग्राम, व्हाट्सएप्प)
(कृषक जगत अखबार की सदस्यता लेने के लिए यहां क्लिक करें – घर बैठे विस्तृत कृषि पद्धतियों और नई तकनीक के बारे में पढ़ें)
कृषक जगत ई-पेपर पढ़ने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें:
www.krishakjagat.org/kj_epaper/
कृषक जगत की अंग्रेजी वेबसाइट पर जाने के लिए नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें: